
लखनऊ । कोरोना काल को हर किसी ने देखा है । हर प्रदेश में कुछ व्यापारियों ने उस दौर में भी कमाया लेकिन कई चिकिस्तको ने अपना फर्ज निभाया । इस दौर में पैसे कमाने वाले नहीं संवदनशील चिकित्सक बनना चाहिए । आरएसएस के सर कार्यवाह दत्तात्रेय होसबोले ने गोमती नगर में आयोजित नेशनल मेडिकोज आर्गेनाइजेशन के कार्यक्रम में यह उदगार व्यक्त किये।
उन्होंने कहा कि महाराष्ट्र के मराठवाड़ा में सुपर स्पेसिअलिटी अस्पताल है। वहां के डॉक्टर बहुत ही कम मानदेय पर काम कर रहे हैं । वह चाहे तो अच्छे अस्पताल में जाकर काम कर सकते है। मानव सेवा ही माधव सेवा है। भारत सेवा की भूमि है । सेवा ,त्याग भारत की पहचान है। राजा दिलीप से लेकर आज तक यह दीर्घकालीन परम्परा चली आ रही है । डॉक्टर दर्द दूर करते है। मैं यह मानता हूँ कि ये सम्मान का नहीं कृतघ्नता का कार्यक्रम है । हमारे काम को जनता पहचानती है । किसी भी काम में समय लग सकता है लेकिन सफलता मिलती जरूर है । आगे बढिये और यह यात्रा अनवरत जारी रहनी चाहिए । कार्यक्रम में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ , राज्यमंत्री असीम अरुण , व्यापारी नेता संदीप बंसल , विराजसागर दास समेत बड़ी संख्या में डॉक्टर उपस्थित थे।