
लखनऊ : पुलिस ने उनके पास से चोरी के जेवरात बरामद किए हैं। डीसीपी ने पुलिस टीम को ₹25,000 नकद इनाम देने की घोषणा की है।
डीसीपी आशीष श्रीवास्तव ने बताया कि मधुरिमा तिवारी निवासी एम-348, सेक्टर एम, थाना आशियाना की तहरीर पर चोरी का केस दर्ज किया गया था, जिसमें उन्होंने अपने मकान का ताला तोड़कर चोरी होने की बात बताई थी।
थाना आशियाना के प्रभारी निरीक्षक छत्रपाल सिंह के नेतृत्व में पुलिस टीम औरंगाबाद ओवर ब्रिज के पास चेकिंग कर रही थी, तभी मुखबिर ने आकर सूचना दी कि घरों का ताला तोड़कर चोरी करने वाले एक गिरोह के सदस्य बीबीयू विश्वविद्यालय की दीवार के पास खड़े होकर योजना बना रहे हैं।
सूचना पर कार्रवाई करते हुए पुलिस टीम बीबीयू विश्वविद्यालय की दीवार के पास पहुंची, जहां उन्हें दीवार के पास काले रंग की खड़ी स्प्लेंडर मोटरसाइकिल के पास चार व्यक्ति आपस में बातचीत करते हुए संदिग्ध रूप में दिखाई दिए। पुलिस ने एकबारगी दबिश देकर उन्हें पकड़ लिया तथा पूछताछ की। जब उनसे मोटरसाइकिल के कागजात मांगे गए तो वे उपलब्ध नहीं करा सके।
पूछताछ के दौरान वे संतोषजनक जवाब नहीं दे पाए। पूछताछ और तलाशी में पता चला कि ये सभी एक संगठित गिरोह के सदस्य हैं, जो लखनऊ शहर के विभिन्न इलाकों में घूम-घूम कर घरों के ताले तोड़कर चोरी करते थे और सामान अवैध रूप से बेचते थे।
आरोपियों ने अपना नाम बताया
सुधीर कश्यप पुत्र स्व. कल्लू, निवासी मोहल्ला अर्जुन पुरवा, थाना कोतवाली सदर, लखीमपुर
गौरव सिंह पुत्र कुंवर बहादुर सिंह, निवासी गुरट्टा खुर्द, थाना खमरिया
मो. जिशान पुत्र जुबेर अहमद, निवासी मोहल्ला मेहवागंज, थाना कोतवाली सदर
नमित मिश्रा पुत्र रामकुमार मिश्रा, निवासी उपचारिका भवन के पीछे, बलरामपुर अस्पताल, थाना वजीरगंज, जनपद लखनऊ
इनके पकड़े जाने से चोरी की चार घटनाओं का खुलासा हुआ है।
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