
लखनऊ । राजधानी में आम आदमी पार्टी (AAP) के कार्यकर्ताओं ने “फुले” फिल्म की रिलीज को रोकने के खिलाफ जोरदार प्रदर्शन किया। इस दौरान उन्होंने नारेबाजी की और सरकार को दलित विरोधी बताते हुए कहा कि ऐसी सरकार नहीं चलने दी जाएगी। पुलिस ने प्रदर्शनकारियों को हिरासत में लेकर इको गार्डन भेज दिया, जहाँ उनका धरना जारी रहा।
प्रदर्शन हजरतगंज स्थित जीपीओ के सामने किया गया, जहाँ कार्यकर्ताओं ने हाथों में तख्तियाँ लेकर सरकार के खिलाफ नारेबाजी की। उन तख्तियों पर “माता सावित्री बाई फुले अमर रहें” जैसे नारे लिखे थे। प्रदर्शन से पहले ही पुलिस ने उन्हें रोकने के लिए मुस्तैद थी और कार्यकर्ताओं को हिरासत में लेना शुरू कर दिया, जिससे धक्का-मुक्की और नोकझोंक की स्थिति उत्पन्न हो गई।
फिल्म “फुले” को 11 अप्रैल 2025 को रिलीज किया जाना था, लेकिन केंद्र सरकार के सेंसर बोर्ड ने इसे रोक दिया, जिसे AAP ने अन्यायपूर्ण और लोकतंत्र विरोधी कदम करार दिया। पार्टी ने यह भी ऐलान किया कि प्रदेशभर में विरोध प्रदर्शन किया जाएगा और राज्यपाल को ज्ञापन सौंपी जाएगी।
AAP के प्रदेश प्रवक्ता महेन्द्र सिंह ने कहा कि पार्टी महात्मा फुले और सावित्रीबाई फुले की विचारधारा को दबाने की कोशिशों का डटकर विरोध करेगी और समाज में समानता और न्याय की लड़ाई जारी रखेगी। ट्रैफिक व्यवस्था को बनाए रखने के लिए पुलिस ने कार्रवाई की, लेकिन प्रदर्शनकारियों का उत्साह कम नहीं हुआ।












