लखनऊ के अलीगंज स्थित एक अनाथालय से गुरुवार रात 9 नाबालिग लड़कियों ने बाथरूम की खिड़की काटकर भागने में सफलता प्राप्त की। सभी लड़कियों की उम्र 16 से 17 वर्ष के बीच है। घटना की जानकारी तब मिली जब शुक्रवार सुबह अनाथालय की संचालिका ने लड़कियों की गिनती की। संख्या कम पाई जाने पर उन्होंने तुरंत पुलिस और संबंधित अधिकारियों को सूचित किया।
पुलिस ने मामले की गंभीरता को समझते हुए घटनास्थल पर पहुंचकर जांच शुरू की। प्रारंभिक जानकारी के अनुसार, लड़कियों ने भागने के लिए जो तरीका अपनाया, वह उनके मानसिक और भावनात्मक दबाव को दर्शाता है। अनाथालय में सुरक्षा व्यवस्था की समीक्षा की जा रही है, और यह पता लगाया जा रहा है कि क्या कोई चूक हुई थी।
अनाथालय संचालिका ने पुलिस को बताया कि लड़कियां कुछ समय से अनाथालय में रह रही थीं और उनमें से कुछ ने पहले भी भागने की कोशिश की थी। पुलिस ने नाबालिगों की खोजबीन शुरू कर दी है और आसपास के क्षेत्रों में उनकी संभावित मौजूदगी के बारे में जानकारी जुटाई जा रही है।
इस घटना ने अनाथालयों में बच्चों की सुरक्षा और देखभाल की गंभीरता पर सवाल खड़े कर दिए हैं। समाज के विभिन्न वर्गों में इस पर चर्चा हो रही है कि किस प्रकार से नाबालिगों की सुरक्षा और कल्याण सुनिश्चित किया जा सकता है। पुलिस अधिकारियों ने इस मामले में शीघ्र कार्रवाई का आश्वासन दिया है।