
लखनऊ : सहकारिता राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) जेपी एस. राठौर ने इंस्टीट्यूट ऑफ कोऑपरेटिव एण्ड कार्पोरेट मैनेजमेंट रिसर्च एण्ड ट्रेनिंग (आईसीसीएमआरटी), इन्दिरा नगर, लखनऊ में आज दीप प्रज्ज्वलित कर आईसीसीएमआरटी आरपीटीओ के नवनिर्मित कार्यालय का उद्घाटन किया। इसके साथ ही उन्होंने महिला ड्रोन पायलट प्रशिक्षण कार्यक्रम के द्वितीय चरण के प्रथम एवं द्वितीय बैच का शुभारंभ, स्वामी विवेकानन्द युवा सशक्तिकरण योजनान्तर्गत एमबीए पाठ्यक्रम के छात्रों को टैबलेट वितरण, एवं आईसीसीएमआरटी के मुख्य भवन के जीर्णोद्धार का लोकापर्ण कार्यक्रम किया।
सहकारिता मंत्री श्री राठौर ने कहा कि प्रधानमंत्री द्वारा ड्रोन पायलट प्रशिक्षण और कृषि क्षेत्र में इसके प्रयोग पर अत्यधिक बल दिया जा रहा है, तथा राज्य सरकार उनके सपनों को साकार करने हेतु कटिबद्ध है। उन्होंने आशा व्यक्त की कि संस्थान ड्रोन पायलट प्रशिक्षण के क्षेत्र में अग्रणी भूमिका निभाएगा। उन्होंने कहा कि आईसीसीएमआरटी प्रदेश का उच्चस्तरीय ड्रोन प्रशिक्षण संस्थान के रूप में स्थापित हुआ है। इस प्रशिक्षण के उपरांत महिलाएं स्वावलम्बी होंगी, जो माननीय प्रधानमंत्री का विशेष प्रोत्साहन है। ड्रोन की सहायता से नैनो यूरिया, नैनो डी.ए.पी. तथा दवाओं का छिड़काव शीघ्र और कम लागत में किया जा सकता है। इन ड्रोन से फसल बीमा एवं अतिवृष्टि होने पर उसकी गणना आसानी से की जा सकती है। सरकार की अन्य परियोजनाओं में भी इन्हीं ड्रोन की सेवाएं ली जाएंगी।
सहकारिता मंत्री ने 15वें एवं 16वें बैच प्रारंभ होने पर महिलाओं को प्रशिक्षण हेतु प्रमाणपत्र भी वितरित किए। संस्थान में एमबीए, बीबीए एवं बी.काम ऑनर्स के विद्यार्थियों को आयोजित प्रतियोगिताओं में प्रथम, द्वितीय एवं तृतीय स्थान प्राप्त करने पर प्रमाणपत्र एवं मेडल देकर सम्मानित किया गया। उन्होंने कहा कि राज्य की ग्रामीण महिला स्वयं सहायता समूह डब्ल्यूएसएचजी की महिलाओं को विशेष ड्रोन प्रशिक्षण कार्यक्रम के अंतर्गत वर्ष 2025-26 में 20-20 के बैच में कुल 266 ग्रामीण महिलाओं को प्रशिक्षण दिया जाएगा, जिससे वे कृषि क्षेत्र में तकनीकी रूप से सक्षम हो सकें।
सहकारिता मंत्री ने राज्य सरकार की युवाओं को तकनीकी रूप से सशक्त बनाने के लिए स्वामी विवेकानन्द युवा सशक्तिकरण योजनान्तर्गत एमबीए पाठ्यक्रम के 52 छात्र-छात्राओं को टैबलेट वितरित किए। इसके माध्यम से छात्र-छात्राएं तकनीकी रूप से सक्षम होंगी और अपने तकनीकी ज्ञान का प्रयोग कर नए आयाम प्राप्त कर सकेंगी।
आईसीसीएमआरटी के निदेशक राजीव यादव ने कहा कि इस ड्रोन प्रशिक्षण कार्यक्रम से महिलाओं के लिए नए रोजगार के अवसर उपलब्ध होंगे और संस्थान नए कीर्तिमान स्थापित करने में सफल होगा। उन्होंने यह भी बताया कि संस्थान द्वारा त्रिभुवन सहकारी यूनिवर्सिटी (टीएसयू) से सम्बद्धता की कार्यवाही की जा रही है और शीघ्र ही यूनिवर्सिटी से सम्बद्ध एमबीए-कोऑपरेटिव, एमबीए-एग्री एवं अन्य कोर्सेज प्रारंभ किए जाएंगे।
इस अवसर पर विभाग के वरिष्ठ अधिकारीगण, संस्थान के छात्र-छात्राएं एवं अभिभावकगण उपस्थित थे।
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