उज्जैन और मध्य प्रदेश के 19 धार्मिक क्षेत्रों में आज से शराबबंदी लागू

मध्य प्रदेश के 19 धार्मिक क्षेत्रों में आज यानी 1 अप्रैल से शराबबंदी पर अमल शुरू हो गया है। इस निर्णय के तहत उज्जैन नगर निगम की सीमा में शराब के विक्रय पर रोक लगा दी गई है, जिससे शहर में स्थित लगभग 17 शराब की दुकानों को बंद कर दिया गया है। इस निर्णय से सरकार को 2 अरब 42 करोड़ 47 लाख 87 हजार रुपये का राजस्व प्राप्त होता था, लेकिन धार्मिक नगरी उज्जैन के लोग इस फैसले से खुश हैं। उन्होंने प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री का धन्यवाद अदा किया है।

उज्जैन में शराब दुकानों की बंदी

कलेक्टर नीरज कुमार सिंह ने बताया कि मुख्यमंत्री द्वारा दिए गए निर्देश के तहत शराबबंदी लागू कर दी गई है। नगर निगम क्षेत्र में आने वाली सभी शराब दुकानों को बंद किया गया है, इसके अलावा काल भैरव मंदिर क्षेत्र में स्थित दो शराब के काउंटर भी बंद कर दिए गए हैं। कलेक्टर ने यह भी स्पष्ट किया कि श्रद्धालु जो भगवान कालभैरव को शराब चढ़ाते हैं, उसमें कोई समस्या नहीं है, लेकिन अगर मंदिर के आसपास शराब की बिक्री होती है तो उनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। इसके साथ ही नगर निगम क्षेत्र में आने वाले सभी बार के लाइसेंस भी सरेंडर करवा दिए गए हैं।

स्थानीय नागरिकों की प्रतिक्रियाएं

इंदौर रोड क्षेत्र में रहने वाली लोकगीत गायिका सुषमा व्यास ने शराबबंदी को लेकर खुशी व्यक्त करते हुए कहा कि यह निर्णय उनके लिए बहुत सुखद है। उन्होंने कहा कि पहले उनके घर के पास महादेव के मंदिर के आसपास शराबी रोज बैठते थे, जिससे गंदगी फैलती थी और अभद्र व्यवहार भी होता था। उन्होंने भगवान महादेव से इन शराबियों को हटाने की प्रार्थना की थी, और आज उनका सपना साकार हो गया है। उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव का आभार व्यक्त किया।

लंबे समय से परेशान नागरिकों का संतोष

सेवानिवृत्त व्याख्याता निशिकांत ने भी खुशी जताते हुए कहा कि वे 21 वर्षों से इस समस्या से परेशान थे। उन्होंने बताया कि वे कई बार शिकायतें और आवेदन दे चुके थे, लेकिन कुछ नहीं हुआ। पिछले वर्ष उन्होंने जनप्रतिनिधियों को चैलेंज भी दिया था कि वे एक दिन उनके घर आकर शराब की दुकान के कारण होने वाली परेशानी का अनुभव करें, लेकिन कोई भी जनप्रतिनिधि उस चैलेंज को स्वीकार नहीं किया। अब उनकी समस्या का समाधान हो गया है, और वे सुकून की नींद ले सकेंगे। निशिकांत ने कहा कि अब वे बाबा महाकाल के दरबार में जाकर प्रसाद चढ़ाएंगे।

समाज और धार्मिक नगरी के लिए ऐतिहासिक कदम

यह शराबबंदी का निर्णय उज्जैन और मध्य प्रदेश के धार्मिक क्षेत्रों के लिए एक ऐतिहासिक कदम साबित हो रहा है। स्थानीय नागरिकों ने इसे एक सकारात्मक बदलाव के रूप में देखा है, जिससे अब उनका जीवन बेहतर और शांतिपूर्ण होगा। इस फैसले से न सिर्फ शराब की बिक्री पर नियंत्रण पाया गया है, बल्कि धार्मिक स्थल भी स्वच्छ और शांतिपूर्ण बनाए गए हैं।

खबरें और भी हैं...

अपना शहर चुनें

मुखवा में पीएम मोदी ने की गंगा पूजा अंसल एपीआई पर कार्रवाई : पिता – पुत्र समेत 5 पर मुकदमा दर्ज ट्रंप ने भारत , चीन समेत देशों पर उच्च शुल्क लगाने का किया ऐलान परिजनों ने कहा – सचिन तो सिर्फ मोहरा , कत्ल के पीछे कोई ओर रूम पर चलो नहीं तो नौकरी छोड़ : नर्सिंग ऑफिसर की पिटाई