
- जिले में 125 एक्टिव मरीज, इनमें सात बच्चे भी शामिल
श्रावस्ती। स्पर्श कुष्ठ जागरूकता अभियान को लेकर मंगलवार को सीएमओ कार्यालय में बैठक हुई। इसमें कुष्ठ से संबंधित भ्रांतियों पर रोक लगाने तथा आमजन को जागरूक करने पर चर्चा हुई। जिला कुष्ठ अधिकारी डा. संत कुमार ने संवाददाताओं से बातचीत में बताया कि कुष्ठ लाइलाज नहीं है। समय से दवा खाने से इससे बचा जा सकता है।
जिला कुष्ठ अधिकारी ने बताया कि महात्मा गांधी की पुण्य तिथि 30 जनवरी से स्पर्श कुष्ठ जागरूकता अभियान की शुरुआत होगी, जो 13 फरवरी तक चलेगा। इस दौरान शहर से लेकर गांव तक लोगों में कुष्ठ के प्रति पनपी भ्रांतियों को दूर करने के प्रति जागरूक किया जाएगा। साथ ही कुष्ठ एक बीमारी है यह छुआछू से नहीं होता है इसे भी लोगों को बताया जाएगा।
उन्होंने बताया कि शरीर पर त्वचा से हल्के रंग के दाग-धब्बे, धब्बों में सुन्नपन, हाथ-पैर में कमजोरी, घाव में दर्द न होना कुष्ठ के सामान्य लक्षण हैं। कुष्ठ मरीज को जितनी जल्दी इलाज मिलता है, उतनी ही जल्दी उसे बीमारी से छुटकारा मिल सकता है। इलाज में देरी से विकलांगता हो सकती है। जिला कुष्ठ अधिकारी ने लोगों का आह्वान करते हुए कहा कि आइए मिलकर जागरूकता फैलाएं, भ्रांतियों को दूर भगाएं, कुष्ठ प्रभावित कोई पीछे छूट न जाए।
उन्होंने बताया कि सभी पीएचसी, सीएचसी व जिला अस्पताल में इसकी नि:शुल्क दवा उपलब्ध है। उन्होंने बताया कि जिले में इस समय 125 एक्टिव मरीज हैं। इनमें सात बच्चे भी शामिल हैं। 40 मरीजों को तीन हजार रुपये प्रतिमाह पेंशन भी दिया जा रहा है। जिला कुष्ठ परामर्शदाता अभिषेक श्रीवास्तव मौजूद रहे।











