
वाराणसी। उत्तर प्रदेश के फतेहपुर जिले में एसआईआर के दबाव में लेखपाल सुधीर कुमार के फांसी लगा लेने के मामले में लेखपालों के संगठन लामबंद हो गए हैं। शुक्रवार को घोषित प्रदेश व्यापी हड़ताल के समर्थन में वाराणसी सदर तहसील में एकजुट होकर लेखपालों ने धरना दिया।
विरोध प्रदर्शन में शामिल लेखपालों ने आरोप लगाया कि पूरे मामले में संवेदनहीनता के साथ लीपापोती हो रही है। लेखपालों ने पूरे प्रकरण में मृत साथी के परिजनों को न्याय दिलाने, दिवंगत लेखपाल की मां को 50 लाख रुपये की आर्थिक सहायता और जिम्मेदार अफसरों के खिलाफ कार्यवाही की मांग की।
उल्लेखनीय है कि प्रदेश की सभी तहसीलों में लेखपाल पूर्वांह 10 बजे से दोपहर दो बजे तक धरना दे रहे हैं। फतेहपुर जिले के बिंदकी कोतवाली के बागबादशाही खजुहा निवासी लेखपाल सुधीर कुमार ने बीते मंगलवार को अपने घर के कमरे के अंदर फांसी लगाकर जान दे दी थी। मृत लेखपाल के परिजनों व लेखपाल संघ ने ईआरओ जहानाबाद और कानूनगो पर एसआइआर के काम को लेकर कथित तौर पर निलंबन की कार्रवाई करने की धमकी देने का आरोप लगाया था।
खास बात यह रही कि अगले दिन बुधवार को सुधीर की शादी भी थी। परिजनों का आरोप था कि सुधीर फांसी लगाने के पहले कानूनगो के घर पहुंचे थे और शादी के बीच में भी उन्होंने लेखपाल पर काम करने का दबाव बनाया था। नौकरी से बर्खास्त करने की धमकी दी थी। एसडीएम पर भी दबाव बनाने का आरोप था। इस मामले में प्रशासनिक कार्रवाई से न तो परिजन संतुष्ट हैं और न ही लेखपाल संघ। मृत लेखपाल सुधीर के परिजनों को न्याय दिलाने के लिए प्रदेश लेखपाल संघ ने भी हड़ताल का ऐलान कर दिया है।
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