
-आश्रित बेटे बोले मोटी रकम लेकर फर्जीवाड़ा किया
कानपुर देहात। रसूलाबाद तहसील क्षेत्र के रजऊ असालतगंज गांव में जमीन से जुड़ा एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है। किसान चंद्रशेखर शुक्ला की मौत के बाद उनके बेटों को मिलने वाली जमीन लेखपाल ने भतीजे के नाम कर दी गई। इस प्रकरण में लेखपाल अंशुमान यादव पर धोखाधड़ी और भ्रष्टाचार के गंभीर आरोप लगे हैं।
रसूलाबाद संवाददाता के अनुसार दरअसल रजऊ अदालतगंज के रहने वाले चंद्रशेखर शुक्ला की 6 अक्टूबर 1994 को मौत हुई थी। उनके नाम एक बीघा दो बिस्वा भूमि दर्ज थी। उनकी मौत के बेटों ने लंबे समय तक जमीन पर ध्यान नहीं दिया। इस बीच चंद्रशेखर की पत्नी मालती देवी की भी मौत 23 मई 2020 को हो गई। उनके तीन बेटे अशोक कुमार, किशोर कुमार और शिव प्रकाश जब इस जमीन को अपने नाम दर्ज कराने तहसील पहुंचे तो उन्हें पता चला कि जमीन पहले ही उनके चाचा रामप्रसाद के बेटे राकेश शुक्ला के नाम चढ़ाई जा चुकी है। पीड़ित पुत्रों ने लेखपाल अंशुमान यादव पर आरोप लगाया कि उन्होंने मोटी रकम लेकर जानबूझकर फर्जी रिपोर्ट लगाई और वारिसों की उपेक्षा कर जमीन भतीजे के नाम कर दी।
जांच का आश्वासन, मगर उठे कई सवाल
तीनों भाइयों ने इस मामले की शिकायत शनिवार को संपूर्ण समाधान दिवस में की। एडीएम (राजस्व/वित्त) दुष्यंत कुमार मौर्य ने कहा कि मामले की गंभीरता को देखते हुए जांच कराई जाएगी और दोषियों पर कार्रवाई होगी। फिलहाल ये मामला सामने आने के बाद तहसील परिसर में आए फरियादियों ने लेखपालों और तहसील प्रशासन के प्रति गहरा रोष जताया। लोगों का कहना है कि रसूलाबाद तहसील में भूमि विवाद चरम पर है। प्रशासन की ओर से कोई ठोस कार्रवाई नहीं होती। लगातार शिकायतों के बावजूद जिम्मेदार चुप्पी साधे रहते हैं। एक फरियादी ने कहा कि प्रदेश सरकार जहां भू-विवादों के त्वरित निस्तारण के लिए निर्देश जारी कर रही है, वहीं रसूलाबाद तहसील में अधिकारी नियमों को ताक पर रखकर मनमानी कर रहे हैं। वहीं लेखपाल ने सफाई दी कि स्थानीय लोगों ने बताया था कि मृतक की शादी नहीं हुई थी। उसी आधार पर रिपोर्ट लगाई गई।
हालांकि पीड़ित परिवार ने इसे पूरी तरह से मनगढ़ंत और झूठा करार दिया है।
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