UP: मां ने गला घोट कर उतारा बेटे अभिजीत को मौत के घाट, कहा-नशा करके आता था, इसलिए…

लखनऊ: उत्तर प्रदेश विधान परिषद के सभापति रमेश यादव के 22 वर्षीय बेटे अभिजीत यादव की हत्या हुई है. पुलिस ने अभिजीत की हत्या के आरोप में मां मीरा को गिरफ्तार कर लिया है. करीब नौ घंटे की पूछताछ के बाद मां ने जुर्म कबूल कर लिया है. दरअसल अभिजीत को राजधानी लखनऊ स्थित सरकारी आवास पर रविवार को संदिग्ध परिस्थितियों में मृत पाया गया था.

एसपी (पूर्व) सर्वेश मिश्रा ने बताया कि मृतक की मां ने अपना जुर्म कबूल कर लिया है. जिसके बाद पुलिस ने मीरा को गिरफ्तार कर लिया है. पुलिस के मुताबिक पोस्टमार्टम रिपोर्ट में अभिजीत की गला दबाकर हत्या की पुष्टि हुई है. लेकिन मां और भाई इसे स्वाभाविक मौत बता रहे थे. जिसके बाद पुलिस ने शक के आधार पर अभिजीत की मां और बड़े भाई को हिरासत में लिया था.

पूछताछ के दौरान मीरा ने पुलिस को बताया कि अभिजीत नशे का आदि था. वह अक्सर नशे में घर आता था और अभद्रता करता था. घटना के दिन भी वह शराब पीकर घर आया. इसी को लेकर दोनों के बीच विवाद हो गया. गुस्से में आकर मीरा ने अभिजीत को धक्का दे दिया. जिससे उसके सिर में चोट लग गई. वहीं शराब के नशे में होने के कारण अभिजीत फिर उठ नही पाया और मां ने अपने दुपट्टे से उसका गला घोंट दिया.

रमेश यादव के छोटे बेटे अभिजीत उर्फ विवेक का शव दारुल शफा के डी ब्लॉक स्थित कमरा नंबर 28 में पाया गया. कमरे में मां और भाई भी मौजूद थे. परिवारीजन दावा कर रहे हैं कि रात में सोते वक्त अभिजीत के सीने में तेज दर्द था. इसके बाद वह सो गया और सुबह वह बिस्तर पर मृत पाया गया.

बता दें कि विधान परिषद के सभापति रमेश यादव ने दो शादियां की हैं. पहली पत्नी प्रेमा देवी है जो एटा जिले में रहती हैं. उनका बेटा आशीष यादव पूर्व में एटा सदर से विधायक भी रह चुका है. दूसरी पत्नी मीरा यादव हैं जो राजधानी के दारुल शफा स्थित बी ब्लाक के कमरा नंबर 137 में अपने दो बेटों अभिषेक यादव उर्फ लक्की व छोटे बेटे विवेक यादव उर्फ अभिजीत यादव उर्फ विक्की रहती हैं.

रविवार सुबह विवेक उर्फ अभिजीत अपने बिस्तर पर मृत अवस्था में पड़ा मिला. परिजनों का कहना है कि विवेक शनिवार रात करीब 11 बजे घर आया था. तब उसने सीने में दर्द की जानकारी मां को दी थी. मां ने सीने में मालिश कर उसे सुला दिया था. सुबह जब काफी देर तक अभिजीत नहीं उठा तो मां उसे उठाने पहुंची. शरीर में कोई हरकत न होती देख भाई को भी बुलाया.भाई ने विवेक की नब्ज जांची तो पता चला उसकी मौत हो चुकी थी।

सूचना पर पहुंची पुलिस ने मौत को संदिग्ध बताया है, लेकिन परिवार की ओर से कोई शिकायत दर्ज न कराने पर शव को परिवार के हवाले कर दिया. इंस्पेक्टर हजरतगंज राधारमण सिंह ने बताया कि विवेक दारुल शिफा के बी ब्लॉक के कमरा नंबर 137 में रहता था. शनिवार रात खाना खाने के बाद वह मां और भाई के साथ कमरे में सोया था। अचानक तबीयत बिगड़ने के बाद उसकी मौत हो गई. उधर मामला संदिग्ध देख पुलिस ने शव को अंतिम संस्कार से रोक दिया. जब पोस्टमार्टम हुई तो गला दबाकर हत्या का चौंकाने वाला खुलासा हुआ. जिसके बाद पुलिस ने मां और बड़े भाई अभिषेक को पूछताछ के लिए हिरासत में लिया है. पूछताछ के दौरान मां मीरा यादव ने हत्या का जुर्म कुबूल किया है.

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