
- जिला बार एसोसिएशन जोड़ें और शुरू करें अपना फ्री लीगल न्यूज़ व ब्लॉग पोर्टल
New Delhi : भारत की न्याय व्यवस्था को सशक्त बनाने और ट्रायल कोर्ट के अधिवक्ताओं को डिजिटल रूप से संगठित करने की दिशा में एक ऐतिहासिक पहल करते हुए Lawyerspress.in ने देशव्यापी ट्रायल कोर्ट लॉयर्स नेटवर्क की औपचारिक शुरुआत की है।
इस डिजिटल मिशन का उद्देश्य देशभर की जिला बार एसोसिएशनों को जोड़ना और उन्हें अपना मुफ़्त लीगल न्यूज़ व ब्लॉग पोर्टल उपलब्ध कराना है।
इस अभिनव परियोजना के संस्थापक अजय आदियोगी शर्मा हैं जो एक दूरदर्शी विधि विशेषज्ञ और न्याय सुधार समर्थक के रूप में पहचाने जाते हैं।
उनका उद्देश्य ट्रायल कोर्ट अधिवक्ताओं को एक एकीकृत डिजिटल मंच देना है, ताकि वे स्थानीय न्यायिक मुद्दों को उजागर कर सकें और न्याय प्रणाली के प्रति जनविश्वास को मज़बूत बना सकें।
आधिकारिक वेबसाइट: Lawyerspress.in
ट्रायल कोर्ट वकीलों के लिए समर्पित डिजिटल प्लेटफॉर्म
lawyerspress.in सिर्फ़ एक वेबसाइट नहीं, बल्कि एक पूर्ण डिजिटल लीगल नेटवर्क है जो विशेष रूप से ट्रायल कोर्ट प्रैक्टिशनर्स के लिए तैयार किया गया है।
इसका मिशन है
“भारतीय न्याय प्रणाली की प्रथम पंक्ति ट्रायल कोर्ट अधिवक्ताओं को एक पारदर्शी, तर्कसंगत और सामाजिक रूप से उत्तरदायी आवाज़ देना।”
इसके अंतर्गत प्रत्येक ज़िले की बार एसोसिएशन को अपना स्वतंत्र लीगल न्यूज़ या ब्लॉग पोर्टल चलाने की सुविधा दी जाएगी।
यहाँ वकील कानून, न्याय, समाज और प्रशासनिक विषयों पर लेख प्रकाशित कर सकेंगे और अपने जिले से संबंधित खबरें साझा कर सकेंगे।

Publish Legal Articles and Get Social Recognition पहल
lawyerspress.in ने हाल ही में एक विशेष अभियान की शुरुआत की है Publish Legal Articles and Get Social Recognition।
इस पहल का उद्देश्य अधिवक्ताओं को अपने कानूनी विचार, विश्लेषण और अनुभव साझा करने के लिए प्रोत्साहित करना है, जिससे एक मजबूत, जागरूक और संवादशील कानूनी समुदाय का निर्माण हो सके।
यह प्लेटफ़ॉर्म वकीलों को न्यायिक सुधारों, सामाजिक मुद्दों और विधिक चुनौतियों पर सार्थक विमर्श का अवसर प्रदान करता है।
सेमिनार, सर्वेक्षण और नीति मूल्यांकन की योजना
lawyerspress.in निकट भविष्य में न्याय प्रणाली, पुलिसिंग और सरकारी नीतियों से संबंधित सर्वेक्षण, सेमिनार और ओपिनियन पोल्स आयोजित करेगा।
साथ ही यह प्लेटफ़ॉर्म सरकारी संस्थाओं, राजनीतिक प्रतिनिधियों और समाज सुधारकों के कार्य और जवाबदेही पर आधारित डेटा-ड्रिवन रिपोर्ट्स और रैंकिंग्स जारी करने की भी योजना बना रहा है।
चयन प्रक्रिया और प्रशिक्षण कार्यक्रम
Lawyerspress.in के साथ जुड़ने के इच्छुक अधिवक्ताओं के लिए एक टेलीफोनिक इंटरव्यू आधारित चयन प्रणाली विकसित की गई है।
चयनित उम्मीदवारों को लीगल जर्नलिज़्म, ब्लॉगिंग, रिपोर्टिंग और डिजिटल प्रकाशन नैतिकता पर प्रशिक्षण प्रदान किया जाता है।
कोई भी अधिवक्ता या जिला बार एसोसिएशन सीधे वेबसाइट पर जाकर आवेदन कर सकता है
Lawyerspress.in
इसकी टैगलाइन

“LAW · LAWYERS · SOCIETY & POLITICS.”
यह प्रशिक्षण व सहयोग का मॉडल Lawyerspress.in) को जिला स्तर पर कार्यरत अधिवक्ताओं के लिए क्षमता-विकास (capacity building) इकोसिस्टम के रूप में स्थापित करता है।
संस्थापक अजय आदियोगी शर्मा की दृष्टि
Lawyerspress.in के संस्थापक अजय आदियोगी शर्मा, जो स्वयं एक विधिक पेशेवर और न्याय सुधारक विचारक हैं, को ट्रायल कोर्ट अधिवक्ताओं के डिजिटल सशक्तिकरण के लिए सम्मानित किया गया है।
उन्हें वर्ष 2025 के “Top Influential Personalities” में भी स्थान प्राप्त हुआ है।
उनका कहना है
“जब तक ट्रायल कोर्ट के वकीलों की आवाज़ नहीं सुनी जाएगी, तब तक भारत में न्यायिक सुधार अधूरा रहेगा।”
लाभ और पत्रकारिता की आचार संहिता
इस नेटवर्क से जुड़ने के अनेक लाभ होंगे
- ट्रायल कोर्ट वकीलों को डिजिटल पहचान और दृश्यता
- फ्री न्यूज़ पब्लिकेशन की सुविधा
- युवा अधिवक्ताओं के लिए प्रोफेशनल ग्रोथ प्लेटफ़ॉर्म
- जनता में कानूनी जागरूकता का विस्तार
Lawyerspress.in ने यह भी स्पष्ट किया है कि सभी रिपोर्टिंग और सर्वेक्षण कार्य तथ्यपरक, निष्पक्ष और बार काउंसिल नियमों के अनुरूप होंगे।
कोई भी वकील अदालत की मर्यादा भंग करने वाले या लंबित मामलों पर टिप्पणी करने से बचने के लिए बाध्य होगा।
ग्रासरूट न्याय सशक्तिकरण की दिशा में एक क्रांतिकारी कदम
भारत की न्याय व्यवस्था की जड़ें उसके ट्रायल कोर्ट्स में हैं, जहाँ से न्याय की पहली किरण निकलती है।
फिर भी, ये अदालतें और उनके अधिवक्ता अक्सर मुख्यधारा मीडिया की सुर्खियों से दूर रहते हैं।
Lawyerspress.in इस डिजिटल अंतराल को पाटने के लिए एक मजबूत सेतु का कार्य करेगा।
यदि यह पहल पारदर्शिता और प्रोफेशनलिज़्म के साथ आगे बढ़ती रही, तो यह भारत के ग्रासरूट न्यायिक सशक्तिकरण की दिशा में एक ऐतिहासिक आंदोलन साबित हो सकती है।
Lawyerspress.in सिर्फ़ एक वेबसाइट नहीं, बल्कि एक सामाजिक आंदोलन है जो कानून, वकीलों और समाज के बीच संवाद की नई धारा प्रवाहित कर रहा है।
देशभर की जिला बार एसोसिएशन और प्रैक्टिसिंग अधिवक्ता अब इस नेटवर्क से जुड़कर अपने जिले का फ्री लीगल न्यूज़ या ब्लॉग पोर्टल शुरू कर सकते हैं
Lawyerspress.in