भाजपा ने सामाजिक समरसता दिवस के रूप में मनाई अंबेडकर जयंती
भाजपाइयों ने उनके पद चिन्हों पर चलने का लिया संकल्प
बांदा। भाजपा अनुसूचित जाति मोर्चा ने संविधान निर्माता डा.भीमराव अंबेडकर की जयंती सामाजिक समरसता दिवस के रूप में मनाते हुए उन्हें श्रद्धांजलि दी। उनके पद चिन्हों पर चलने का सभी ने संकल्प लिया। केंद्रीय राज्यमंत्री ने डा.भीमराव अंबेडकर को महान समाज सुधारक के साथ आधुनिक भारत का युग पुरुष बताया। कहा कि वह भारत में जाति विहीन समाज की स्थापना करना चाहते थे। उन्होंने संविधान के निर्माण के समय उन बातों को उसमें सम्मिलित कराया।
समाज सुधारक डॉ.भीमराव अंबेडकर की 131वीं जयंती भाजपा अनुसूचित जाति मोर्चा ने सामाजिक समरसता दिवस के रूप में मनाया। अनुसूचित मोर्चा जिलाध्यक्ष संतोष नायक के नेतृत्व में शहर के एक मैरिज हाल में गोष्ठी का आयोजन किया गया। केंद्रीय राज्यमंत्री भानु प्रताप वर्मा ने कहा कि वह न्यायविद, अर्थशास्त्री और दलित नेता थे। उन्होंने भारत के संविधान का मसौदा तैयार करने वाली समिति का नेतृत्व किया। स्वतंत्र भारत के पहले कानून मंत्री के रूप में कार्य किया। उनका अपना पूरा जीवन दलितों, शोषित व पिछड़ों के उत्थान के लिए समर्पित रहा। समाज सुधारक के रूप में सामाजिक समानता के लिए काम किया।
केंद्रीय राज्य मंत्री ने उनके तीन मूल मंत्र शिक्षित बनो, संगठित बनो, संघर्ष करो का नारा बुलंद किया। सदर विधायक प्रकाश द्विवेदी ने कहा कि डॉ.अंबेडकर की अध्यक्षता में ही संविधान सभा ने दुनिया का सबसे लंबा, लिखित संविधान तैयार किया था। वह भारत में जाति विहीन समाज की स्थापना करना चाहते थे। उन्होंने संविधान के निर्माण के समय उन बातों को उसमें सम्मिलित कराया। उन्होंने गोष्ठी में उपस्थित सभी लोगों से उनके बताए रास्ते पर चलने का संकल्प दिलाया। इस मौके पर नरैनी विधायक ओममणि वर्मा, भाजपा जिलाध्यक्ष संजय सिंह, बुंदेलखंड विकास बोर्ड उपाध्यक्ष अयोध्या सिंह पटेल, जिला पंचायत अध्यक्ष सुनील सिंह पटेल, भाजपा महिला मोर्चा जिलाध्यक्ष वंदना गुप्ता, डा.पीएन वर्मा के अलावा कल्लू सिंह राजपूत, मनोज पुरवार, पंकज रैकवार, सुमन शर्मा, धनंजय चौधरी, बेटा लाल श्रीवास, धर्मेंद्र खटीक, राजू श्रीवास, बाबूराम निषाद सहित बड़ी संख्या में भाजपा पदाधिकारी व कार्यकर्ता उपस्थित रहे।