
काठमांडू। नेपाल में 8 और 9 सितंबर के हिंसक विरोध प्रदर्शनों के दौरान अपनी जान गंवाने वाले दस छात्रों का अंतिम संस्कार मंगलवार को किया गया है। इनमें से नौ शवों को महाराजगंज के त्रिभुवन विश्वविद्यालय शिक्षण अस्पताल में और एक को पाटन अस्पताल में रखा गया था।
नेपाल की अंतरिम सरकार ने एक दिन पहले सोमवार को जेन-जी आंदोलन के दौरान मारे गए लोगों को आधिकारिक तौर पर शहीदों का दर्जा देने का फैसला लिया था। सरकार ने इनके सम्मान में एक दिन के राष्ट्रीय शोक की घोषणा की है और सार्वजनिक अवकाश दिया है। मृत छात्रों के बलिदान का सम्मान करने के लिए आज अंतिम संस्कार जुलूस निकाला गया, जिसकी शुरुआत शिक्षण अस्पताल से हुई और दाह संस्कार से पहले रिंग रोड पर इस शव यात्रा को घुमाया गया।
त्रिभुवन विश्वविद्यालय की प्रवक्ता काली प्रसाद रोज्यारा के अनुसार काठमांडू के बाहर रहने वाले मृतकों के शवों को उनके गंतव्य तक भेज दिया गया है। आज काठमांडू के 10 मृतकों का अंतिम संस्कार किया जा रहा है।