
गर्मियों के मौसम में डिवाइसों का खास ख्याल रखना जरूरी होता है। स्मार्टफोन या लैपटॉप जैसे उपकरण गर्मी के मौसम में ज्यादा हीट उत्पन्न करते हैं, जिससे उनके ब्लास्ट होने का खतरा बढ़ जाता है। तापमान बढ़ने से डिवाइस के खराब होने का भी जोखिम रहता है। अगर आप गर्मी में लंबे समय तक लैपटॉप का उपयोग करते हैं, तो आपको सतर्क रहना चाहिए, क्योंकि थोड़ी सी लापरवाही आपके डिवाइस को नुकसान पहुंचा सकती है।
गर्मियों में अगर लैपटॉप का कूलिंग सिस्टम सही तरीके से काम न करे या उसमें लगे फैन में कोई खराबी हो, तो यह सीधे डिवाइस की परफॉर्मेंस को प्रभावित करता है। ऐसे में सिस्टम धीरे-धीरे गर्म होता जाता है और जब तापमान ज्यादा बढ़ता है, तो इससे डिवाइस के ब्लास्ट होने का खतरा पैदा हो सकता है। कभी-कभी यूज़र को संकेत मिलते हैं कि लैपटॉप अधिक गर्म हो रहा है, लेकिन इन संकेतों को नजरअंदाज करना महंगा साबित हो सकता है।
इसके अलावा, कई लोग लैपटॉप को गोद में या बेड पर रखकर इस्तेमाल करते हैं, जिससे उसके वेंट्स ब्लॉक हो जाते हैं और गर्म हवा बाहर नहीं निकल पाती। इस कारण हीट सिस्टम के अंदर फंस जाती है और ओवरहीटिंग की समस्या उत्पन्न हो सकती है। बेहतर होगा कि लैपटॉप को हमेशा किसी समतल और ठंडी सतह पर रखा जाए।
सालों तक इस्तेमाल किए गए लैपटॉप के पोर्ट्स और वेंट्स में धूल-मिट्टी जमा हो जाती है, जिससे एयरफ्लो रुक जाता है। इसलिए गर्मी के मौसम की शुरुआत में ही लैपटॉप की सफाई किसी अच्छे सर्विस सेंटर पर करवाना चाहिए, ताकि भविष्य में आपके डिवाइस में कोई समस्या न हो।
इसके अलावा, सस्ते और लोकल चार्जर्स का इस्तेमाल भी कई बार लैपटॉप को नुकसान पहुंचा सकता है। जब ओरिजिनल चार्जर खराब हो जाता है, तो लोग जल्दी में लोकल चार्जर ले आते हैं, जो अक्सर डिवाइस की वोल्टेज के अनुरूप नहीं होते। इससे सिस्टम में अधिक करंट जा सकता है, जो ओवरहीटिंग और आग लगने जैसी घटनाओं का कारण बन सकता है।
इसलिए गर्मियों में लैपटॉप के उपयोग में सावधानी बरतना बेहद महत्वपूर्ण है। सही रखरखाव और थोड़ी सी सतर्कता से आप न केवल अपने डिवाइस की उम्र बढ़ा सकते हैं, बल्कि किसी भी दुर्घटना से भी बच सकते हैं।