
- जमीन पर भूमाफियाओं की नजर:सांसद ने की कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान से सूक्ष्म सिंचाई केंद्र बनाने की मांग
- बड़ौत में सेन्टर ऑफ एक्सीलेन्स फॉर माइक्रो इरीगेशन स्थापित होने से पानी की होंगी बचत
- बागवानी फसलों को प्रोत्साहन दिये जाने से किसानों की आय में होंगी वृद्धि: राजकुमार सांगवान
भास्कर ब्यूरो
बागपत। बागपत सांसद डॉ राजकुमार सांगवान ने केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान से दिल्ली उनके आवास पर पहुंचकर मुलाकत की और एक पत्र देते हुए जनपद बागपत के विकास खण्ड बड़ौत में सेन्टर ऑफ एक्सीलेन्स फॉर माइक्रो इरीगेशन स्थापित करने की मांग की है।
सांसद डॉक्टर राजकुमार सांगवान ने पत्र देते हुए केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान को बताया कि विकास खण्ड बड़ौत जनपद बागपत में भू-जल का स्तर लगातार गिर रहा है। यह विकास खण्ड डार्क जोन के अन्तर्गत है। ऐसी स्थिति में खेती के लिए प्रयोग किये जाने वाले पानी को बचाने की आवश्यकता है। इस जनपद की मुख्य फसल गन्ना है,जिसमें पानी की अधिक आवश्यकता होती है।
इस फसल के स्थान पर अन्य फसलों, विशेष रूप से बागवानी फसलों को प्रोत्साहन दिये जाने से किसानों की आय में वृद्धि होगी और इस क्षेत्र में एक सेन्टर ऑफ एक्सीलेन्स फॉर माइक्रो इरीगेशन स्थापित किये जाने की बहुत आवश्यकता है,जिसमें पानी की बचत के लिए अपनायी जाने वाली विभिन्न सिंचाई विधियों का प्रदर्शन-प्रशिक्षण की सुविधा हो। इसके साथ-साथ फसलों का विविधीकरण पर भी ध्यान दिया जाये। इस प्रकार के सेन्टर स्थापित करने के लिए भारत सरकार द्वारा संचालित अटल भूजल योजना, प्रधानमंत्री कृषि सिंचाई योजना (PDMC), एकीकृत बागवानी विकास मिशन योजनाएँ वित्त पोषित करती हैं।
सांसद डॉक्टर राजकुमार सांगवान ने केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान को बताया की बड़ौत में ग्राम्य विकास विभाग के अधीन प्रशिक्षण केन्द्र के पास भूमि उपलब्ध है, जो पूर्व में कृषि के लिए ही उपयोग में आती थी। आज यह भूमि बेकार पड़ी है।भूमाफिया इस पर कब्जे की फिराक में हैं। सांसद ने कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान से मांग करते हुए कहा कि जनपद बागपत में किसानों के हित में उक्त सेन्टर स्थापित किया जाएं और सम्बंधित अधिकारियों को निर्देशित किया जाए जिससे कि यह केंद्र बागपत में जल्द से जल्द बन सके।