इन्वेस्टर मीट में उद्योगपतियों को संबोधित करते हुए बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि हम बिहार में उद्योग लगाने को प्रतिबद्ध हैं। बिहार सरकार उद्योगपतियों को हर तरह की सुविधा मिले इसको लेकर विशेष कार्य कर रही है। कोरोना काल में भी हमने बिहार में आये मजदूरों को फिर से काम मिले इसको लेकर विशेष ध्यान दिया था और अच्छा काम भी किया गया। चंपारण मॉडल इसका एक उदाहरण है। अधिकारियों को कई निर्देश दिए गए हैं। बिहार में वस्त्र और चमड़ा उद्योग विभाग को काफी बढ़ावा भी दिया गया है।
इथेनॉल सेक्टर को भी बढ़ाने के लिए बिहार सरकार पूरी तरह से प्रतिबद्ध है। हमने वर्ष 2007 में एथेनॉल को लेकर केंद्र सरकार को प्रस्ताव दिया था। उस समय हमारे पास 24000 करोड रुपए निवेश करने का प्रस्ताव मौजूद था। बावजूद इसके केंद्र सरकार ने इसे स्वीकार नहीं किया। 2012 से 14 के बाद इथेनॉल प्रोजेक्ट पर तेजी से कार्य हो रहा है। बिहार सरकार अपने हर एक सेक्टर पर कार्य कर रही है। अधिकारियों को यह साफ कह दिया है कोई भी अगर यहाँ इंडस्ट्री लगा रहे हैं उन्हें दिक्कत नहीं होनी चाहिए। सभी DM और SP को आदेश दिया गया है।
जहां कहीं भी उद्योगपतियों को दिक्कत हो उसे तुरंत ही शॉट आउट कर लिया जाए। अगर स्थानीय स्तर पर कोई भी उद्योगपतियों को तंग करता है तो उसकी तुरंत जांच कर कार्रवाई की जाये। तंग करने वालों पर सख्त से सख़्त कार्रवाई होगी। केंद्र की मोदी सरकार पर हमला करते हुए नीतीश कुमार ने कहा कि बिना काम के कुछ लोग प्रचार करते रहते हैं। कुछ लोगों की आदत है, वह करते रहें। हमको काम करना है और हम कर भी रहे हैं।