लखीमपुर खीरी। पसग विकासखंड की ग्राम पंचायत किशनपुर अजीत के मजरा रामापुर में विधायक निधि से हो रहे इंटरलॉकिंग कार्य में ठेकेदार के द्वारा पीला ईटों का प्रयोग किया जा रहा है। ग्रामीणों ने बताया है कि ठेकेदार इंटरलॉकिंग के कार्य में मानक विहीन मैटेरियल का प्रयोग कर रहा है।
इंटरलॉकिंग के निर्माण कार्य में पीली ईंटों का प्रयोग धड़ल्ले से किया जा रहा है। ग्रामीणों द्वारा शिकायत के बाद भी जिम्मेदारों द्वारा कोई कार्रवाई नहीं की जा रही है।सूबे की सरकार भ्रष्टाचार पर जीरो टॉलरेंस के संकल्प को दोहरा रही है और यहां गांवों में निर्माण कार्यो में खुलेआम भ्रष्टाचार का खेल खेला जा रहा है।
पसग ब्लॉक के ग्राम पंचायत किशनपुर अजीत के मजरा रामापुर में पीले ईटों से हो रहा इंटरलॉकिंग सड़क का निर्माण इस बात की पुष्टि करती है। विकास क्षेत्र के गांव में कीचड़ की समस्या से जूझ रहे ग्रामीणों को इंटरलॉकिंग सड़क बनने की जानकारी मिली तो वे खुश थे। निर्माण कार्य शुरू होते ही खुशी काफूर हो चुकी है। ठेकेदार की ओर से निर्माण कार्य मे मानकों की धज्जियां उड़ाई जा रही हैं। गांव के लोगों ने बताया कि खुलेआम पीले ईट से निर्माण कराया जा रहा है। पक्की जोड़ाई मे रेत व सीमेंट भी मानक के अनुसार नहीं मिलाया जा रहा है। इंटरलॉकिंग ईट लगाने के पहले नीचे बजड़ी के नाम पर पीले ईट तोड़कर डाला गया है। इससे सड़क चंद दिनों में ही जगह-जगह धंस जाएगी।
वर्जन
इस संबंध जेई टीएन रस्तोगी से बात करने पर उन्होंने बताया है कि कुछ दिन पहले मानक विहीन कार्य की सूचना मिली थी जिस पर जिम्मेदार लोगों को मानक के अनुसार कार्य करने का निर्देश दिया था अगर अब भी मानक के अनुसार कार्य नहीं हो रहा है तो आगे आवश्यक कार्रवाई की जाएगी।