
लखीमपुर खीरी। पश्चिम बंगाल में वक्फ कानून के विरोध की आड़ में भड़की भीषण हिंसा और हिंदुओं पर हो रहे सुनियोजित हमलों के विरोध में शनिवार को विश्व हिंदू परिषद (विहिप) लखीमपुर इकाई ने एक विशाल प्रदर्शन कर राष्ट्रपति के नाम जिलाधिकारी को ज्ञापन सौंपा। विहिप ने अपने ज्ञापन के माध्यम से केंद्र सरकार से मांग की है कि पश्चिम बंगाल में तत्काल राष्ट्रपति शासन लागू किया जाए, हिंसा की एनआईए से जांच कराई जाए और वहां हिंदुओं की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए सेना की तैनाती की जाए।
ज्ञापन में विहिप ने यह आरोप लगाया है कि पश्चिम बंगाल में वक्फ कानून के विरोध के नाम पर जो हिंसा शुरू हुई, उसने मुर्शिदाबाद से निकलकर समूचे राज्य को अपने चपेट में ले लिया है। संगठन ने दावा किया कि इस हिंसा में अब तक सैकड़ों हिंदू परिवारों के घर और व्यवसायिक प्रतिष्ठानों को दंगाइयों द्वारा आग के हवाले कर दिया गया है। तीन निर्दोष हिंदुओं की निर्मम हत्या कर दी गई है, वहीं कई महिलाओं के साथ क्रूर और अमानवीय अत्याचार की घटनाएं सामने आई हैं।
विहिप ने ज्ञापन में बताया कि स्थिति इतनी भयावह हो चुकी है कि 500 से अधिक हिंदू परिवारों को अपने घर-बार छोड़कर पलायन करने पर मजबूर होना पड़ा है। उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि बंगाल सरकार इन घटनाओं पर न सिर्फ आंखें मूंदे बैठी है, बल्कि कई स्थानों पर दंगाइयों को प्रशासनिक संरक्षण तक दिया जा रहा है। विहिप ने इसे राज्य सरकार की विफलता करार देते हुए संघीय ढांचे और राष्ट्र की अखंडता पर सीधा हमला बताया।
इस मौके पर विहिप के प्रांत प्रचार प्रसार विभाग, अवध प्रांत के आचार्य संजय मिश्रा ने कहा —
“यदि केंद्र सरकार हिंदुओं की रक्षा के लिए त्वरित और प्रभावी कदम नहीं उठाएगी तो हिंदू समाज को मजबूरी में सड़कों पर उतरना पड़ेगा। यह संघर्ष इतिहास में एक नया अध्याय लिखेगा।”
उन्होंने चेतावनी भरे स्वर में कहा —
“हिंदू यदि अपने शास्त्रों की रक्षा के लिए शस्त्र उठाने को मजबूर होगा तो यह इस देश के भीतर छिपे किसी भी आतंकी और राष्ट्र विरोधी के लिए अंतिम चेतावनी होगी। सरकार को चाहिए कि वह समय रहते बंगाल में हिंदुओं के पलायन और उत्पीड़न पर कठोर रोक लगाए।”
रैली के दौरान सैकड़ों कार्यकर्ता व पदाधिकारी मौजूद रहे। विलोबी हाल से कलेक्ट्रेट तक निकाली गई इस पदयात्रा में कार्यकर्ताओं ने “ममता बनर्जी सरकार मुर्दाबाद”, “पश्चिम बंगाल सरकार बर्खास्त करो”, और “भारत माता की जय” जैसे गगनभेदी नारे लगाए। रैली के मद्देनजर प्रशासन ने कलेक्ट्रेट परिसर में सुरक्षा के व्यापक इंतजाम किए थे और बड़ी संख्या में पुलिस फोर्स तैनात रही।
इस प्रदर्शन में आचार्य संजय मिश्रा के साथ जिला मंत्री विजय प्रताप सिंह, ब्रजेश पांडे, देवब्रत पांडे, सिद्धार्थ बाजपेई, इंद्र पाल, मनोज पांडे, मनीष अवस्थी, अनुज तिवारी, करन, विपिन, विनय, धारा सिंह, राजेश, राघव राम, अंग्रेज फूलबहंद, तुषार सहित सैकड़ों कार्यकर्ता शामिल रहे।
विहिप ने यह विश्वास व्यक्त किया है कि महामहिम राष्ट्रपति देश की संप्रभुता, एकता और सांप्रदायिक सौहार्द की रक्षा के लिए शीघ्र और कठोर कदम उठाएंगी।