
- पहले भी दी थी धमकी, पुलिस ने नहीं की कोई कार्रवाई – पीड़ित
लखीमपुर, गोला गोकर्णनाथ। कोतवाली क्षेत्र के ग्राम भुडवारा में रविवार को एक बार फिर दबंगई का खौफनाक चेहरा सामने आया, जब खेत की मेडबंदी कराने गए एक किसान को लाठी-डंडों से पीटकर लहूलुहान कर दिया गया। यह पूरी घटना राजस्व विभाग के कर्मचारियों और लेखपाल की मौजूदगी में हुई, लेकिन घटना स्थल से सभी अधिकारी मौके से भाग खड़े हुए। घटना ने न केवल स्थानीय प्रशासन की कार्यप्रणाली पर सवाल खड़े कर दिए हैं, बल्कि यह भी दिखा दिया कि दबंगों के हौसले कितने बुलंद हैं।
फसल पर नज़र, जान पर वार
ग्राम भुडवारा निवासी प्रदीप कुमार पुत्र पुत्तूलाल ने बताया कि उसकी खेत में गेहूं और तोरई की फसल खड़ी है। बीते 20 अप्रैल को इन्द्रजीत पुत्र तोखन, उसकी पत्नी रामश्री व रंगरेज पुत्र ईश्वरदीन खेत में घुस आए और फसल को नष्ट करने का प्रयास किया। जब प्रदीप और उसके खेत पर काम कर रहे मजदूरों ने इसका विरोध किया तो आरोपियों ने हंसिया और लाठी दिखाकर जान से मारने की धमकी दी।
पुलिस को दी थी तहरीर, पर कोई सुनवाई नहीं
पीड़ित का कहना है कि 20 अप्रैल की घटना को लेकर उसने तत्काल पुलिस को तहरीर दी थी, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं की गई। यदि समय रहते पुलिस हरकत में आती, तो शायद यह दोबारा घटना न होती।
मेडबंदी के दौरान हमला, लेखपाल मौके से फरार
रविवार को प्रदीप कुमार ने लेखपाल जेपी वर्मा की मौजूदगी में अपने खेत की मेडबंदी शुरू कराई थी। तभी वही आरोपी फिर से आ धमके और गाली-गलौज करते हुए दौड़ाकर प्रदीप पर लाठियों से हमला कर दिया। हमला इतना तेज था कि प्रदीप मौके पर ही घायल हो गया।
हैरत की बात यह रही कि लेखपाल जेपी वर्मा और मौके पर मौजूद अन्य राजस्वकर्मी हमला होते देख कर वहां से भाग निकले।
पीड़ित की मांग– दोषियों पर हो सख्त कार्रवाई
प्रदीप कुमार ने एक बार फिर कोतवाली पहुंचकर तहरीर दी है और मामले में सख्त कार्रवाई की मांग की है। उनका कहना है कि यदि पहले ही पुलिस ने कार्रवाई की होती, तो दबंगों की हिम्मत न बढ़ती।
प्रशासन की चुप्पी पर ग्रामीणों में रोष
इस घटना के बाद गांव में दहशत का माहौल है। ग्रामीणों का कहना है कि अगर खुलेआम लेखपाल और कर्मचारियों के सामने किसान की पिटाई हुई।