लखीमपुर खीरी। डीएम महेंद्र बहादुर सिंह ने कलेक्ट्रेट में जिला तकनीकी समन्वय समिति की बैठक ली, मुख्यमंत्री लघु सिंचाई योजना के क्रियान्वयन पर गहन मंथन किया। बैठक में शासकीय एवं अर्धशासकीय भवनों पर रूफटॉप रेन वाटर हार्वेस्टिंग बनाए जाने के लिए लघु सिंचाई विभाग द्वारा चयनित कई भवनों को प्रस्तावित किया गया। जिनमें 27 भवनों का अनुमोदन जनपदीय तकनीकी समन्वय समिति ने दिया।
डीएम ने निर्देश दिए कि उप्र भूजल (प्रबंधन एवं विनियमन) अधिनियम 2019, नमामि गंगे एवं ग्रामीण जलापूर्ति द्वारा जारी नियमावली में दिए गए प्रावधाननुसार जिले के चयनित शासकीय, अर्धशासकीय भवनों पर चरणबद्ध रूप से रूफटॉप रेनवाटर हार्वेस्टिंग के स्थापना की जाए। कहा कि आने वाली पीढ़ी को पीने का पानी नसीब होता रहे। इसके लिए हर नागरिक को सोचने और कुछ करने की जरूरत है। भूजल स्तर को सुधारने के लिए सबसे सस्ता और अच्छा विकल्प रेन वाटर हार्वेस्टिग सिस्टम है। हार्वेस्टिग सिस्टम से लाखों लीटर वर्षा जल भूगर्भ में संचय किया जा सकता है।
डीएम ने ली तकनीकी समन्वय समिति की बैठक, बनी रणनीति, दिए निर्देश
सीडीओ अनिल कुमार सिंह ने कहा कि योजना के तहत सरकारी, अर्द्धसरकारी भवनों में रूफटॉप रेनवाटर हार्वेस्टिंग प्रणाली की स्थापना के लिए भवनों के चयन एवं स्थापना में शासन एवं विभागीय नियमों का शत प्रतिशत अनुपालन सुनिश्चित किया जाए। अधिशासी अभियंता (लघु सिंचाई) एवं जनपदीय तकनीक समन्वय समिति के सदस्य सचिव हरीश चंद्र गुप्ता ने बताया कि जनपद खीरी में मुख्यमंत्री लघु सिंचाई योजना के तहत वित्तीय वर्ष 2023-24 के प्रथम छमाही के लिए 05 भवनों पर एवं इस लक्ष्य को दोगुना वार्षिक लक्ष्य कुल 10 भवनों पर रूफटॉप रेनवाटर हार्वेस्टिंग प्रणाली के स्थापना का लक्ष्य प्राप्त हुआ।
नियत लक्ष्यों की पूर्ति के लिए भवनों का चयन जिला स्तरीय तकनीक समन्वय समिति के अनुमोदन उपरांत किया जाएगा। बैठक में जिला गन्ना अधिकारी वेद प्रकाश सिंह, उपायुक्त उद्योग संजय सिंह, जिला कृषि अधिकारी अरविंद कुमार चौधरी, सहायक अभियंता (लघु सिंचाई) रामेश्वर सिंह सहित जनपदीय तकनीक समन्वय समिति के सदस्य गण मौजूद रहे।