
लखीमपुर खीरी (निघासन)। गांव खैरहनी में चारागाह की ज़मीन पर कब्जे का मामला तूल पकड़ने के बाद प्रशासन हरकत में आया। शनिवार को एसडीएम के आदेश पर राजस्व और पुलिस की संयुक्त टीम ने मौके पर पहुंचकर अवैध कब्जा हटाया।
सूत्रों के मुताबिक, खैरहनी गांव के एक व्यक्ति ने गाटा संख्या 206ख पर बनी सरकारी गौशाला और चरागाह की ज़मीन पर छप्पर डाल कर कब्जा कर लिया था। ग्रामीणों ने 15 दिन पहले ही इसकी शिकायत लेखपाल से की थी, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई।
लेखपाल बोले- ‘तुम ही हटवा दो कब्जा’
ग्रामीणों का आरोप है कि जब बार-बार शिकायत के बावजूद भी कब्जा नहीं हटाया गया, तो लेखपाल से पूछा गया। जवाब में लेखपाल ने कहा, “तुम ही कब्जा हटवा दो, जिम्मेदारी भी खुद लो।” इससे ग्रामीणों में नाराजगी और गुस्सा फैल गया।
15 दिन तक होती रही खानापूर्ति, अब हटाया गया छप्पर
करीब दो हफ्तों तक ग्रामीण तहसील और लेखपाल के चक्कर काटते रहे। हर बार उन्हें “आज-कल” का भरोसा मिला। लेकिन शनिवार को जब मामला एसडीएम तक पहुंचा, तो कार्रवाई तुरंत हुई। पुलिस और राजस्व टीम ने मौके पर पहुंचकर कब्जा हटवाया और ज़मीन को खाली कराया।
प्रशासन सख्त, लेखपाल पर हो सकती है कार्रवाई
एसडीएम राजीव निगम ने बताया कि अवैध कब्जा हटाने के बाद अब लेखपाल की भूमिका की भी जांच होगी। अगर लापरवाही या मिलीभगत सामने आती है तो विभागीय कार्रवाई की जाएगी।
ग्रामीण बोले- कार्रवाई तो हुई, पर 15 दिन की अनदेखी क्यों ?
गांववालों ने प्रशासन की कार्रवाई का स्वागत किया, लेकिन यह सवाल भी उठाया कि जब शिकायत पहले ही कर दी गई थी, तो कार्रवाई में देरी क्यों हुई। उन्होंने मांग की है कि जिन अधिकारियों ने जानबूझकर मामले को नजरअंदाज किया, उनके खिलाफ सख्त कदम उठाया जाए।