
Lakhimpur, Nighasan Kheri : करीब सात साल बाद बरोठा से बस्तीपुरवा संपर्क मार्ग का पुनर्निर्माण शुरू हुआ, लेकिन शुरुआत से ही इसकी गुणवत्ता पर सवाल खड़े हो गए हैं। डस्ट और धूल पर ही तारकोल व गिट्टी डालकर सड़क बनाई जा रही है। मानकविहीन सामग्री का प्रयोग देख ग्रामीण आक्रोशित हो उठे। बुधवार को ग्रामीणों ने मौके पर सड़क खोदकर प्रदर्शन किया और निर्माण कार्य को तुरंत गुणवत्ता पूर्ण कराने की मांग उठाई।
ग्रामीणों ने बताया कि यह संपर्क मार्ग वर्षों से खराब हालत में था। गन्ना विभाग की ओर से बनी पिछली सड़क दो साल भी नहीं टिक पाई थी। अब एक बार फिर जिम्मेदार अधिकारियों और ठेकेदार की लापरवाही सामने आ रही है। ग्रामीणों ने सवाल किया कि जब कोई जिम्मेदार कर्मचारी या ठेकेदार मौके पर मौजूद ही नहीं था, तो निर्माण कार्य शुरू कैसे हो गया?
करीब 60 मीटर सड़क का निर्माण पूरा भी नहीं हो पाया था कि उसमें भारी अनियमितताएं सामने आ गईं। लगातार शिकायतों के बाद जेई अरविंद कुमार मौके पर पहुंचे। जब ग्रामीणों ने सड़क निर्माण में मिलावट और घटिया सामग्री की शिकायत रखी तो जेई ने उल्टा ग्रामीणों से ही पूछ लिया—“आपको क्या ज्ञान है?” इस पर ग्रामीण भड़क गए और मौके पर सड़क की परतें खोद डालीं। गिट्टी के नीचे धूल और सफेद मिट्टी देखकर ग्रामीणों ने घटिया निर्माण का प्रमाण दिखा दिया।
ग्रामीणों ने आरोप लगाया कि गिट्टी खोदने पर कच्ची मिट्टी और डस्ट ही निकली, जिससे साफ हो गया कि निर्माण मानक के विपरीत हो रहा है। मौके पर जेई अरविंद कुमार ने गोलमोल जवाब दिए और बाद में कमी दूर करने का आश्वासन दिया।
गांववालों का कहना है कि जो 60 मीटर सड़क अब तक बनी है, क्या उसकी भी मरम्मत होगी या फिर केवल खानापूरी करके आगे का काम बढ़ा दिया जाएगा? ग्रामीणों ने अफसोस जताते हुए चेतावनी दी कि यदि सड़क निर्माण में मानकों का पालन नहीं किया गया तो वे बड़े आंदोलन के लिए मजबूर होंगे।











