
- युवाओं से मुख्य अतिथि का आह्वान — शराब महापाप, मट्ठा अपनाएं, नशा छोड़कर करें राष्ट्रनिर्माण
Gola Gokarnanath, Lakhimpur : चन्द्रशेखर आजाद कृषि एवं प्रौद्योगिक विश्वविद्यालय, कानपुर के कैंपस कृषि महाविद्यालय जमुनाबाद में मंगलवार को “कर्मयोग, मद्य निषेध एवं विकसित भारत” विषय पर एक विचारोत्तेजक संगोष्ठी का आयोजन किया गया। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि के रूप में एल. वेंकटेश्वर लू, अपर मुख्य सचिव समाज कल्याण एवं सैनिक कल्याण विभाग, उ.प्र. शासन तथा महानिदेशक (उपाम एवं एसआईआरडी) ने प्रतिभाग किया। कार्यक्रम की अध्यक्षता प्रभारी अधिष्ठाता डॉ. अनिल कुमार सिंह ने की।
इस अवसर पर मुख्य अतिथि का पुष्पगुच्छ व अंगवस्त्र भेंट कर सम्मान किया गया। संगोष्ठी को संबोधित करते हुए एल. वेंकटेश्वर लू ने कहा कि “कर्मयोग का अर्थ है अपने कार्य को निष्ठा, सत्यनिष्ठा और समर्पण से करना — चाहे वह कृषि, पशुपालन या कोई अन्य क्षेत्र हो।” उन्होंने युवाओं से कहा कि नशा जीवन का विनाश है, शराब पीना महापाप है और गुटखा जैसे मादक पदार्थ समाज को पतन की ओर ले जा रहे हैं। यदि युवा नशे से दूर रहकर स्वास्थ्य और कार्य पर ध्यान देंगे, तो विकसित भारत का सपना साकार होगा।
उन्होंने कहा कि “विकसित भारत की नींव विकसित गांवों पर टिकी है, और यह तभी संभव है जब समाज शिक्षित, नशामुक्त और आत्मनिर्भर बने।” मुख्य अतिथि ने युवाओं को प्रेरित किया कि वे मट्ठा जैसे स्वास्थ्यवर्धक पेय को अपनाएं और नशे से दूर रहकर राष्ट्र निर्माण में योगदान दें।
कार्यक्रम में आर.एल. राजवंशी, राज्य मद्य निषेध अधिकारी, तथा संजय चतुर्वेदी (गायत्री परिवार) ने भी नशामुक्ति के उपाय बताए। विनीत सिंह भदौरिया ने छात्रों से कर्मयोग के मार्ग पर चलने का आह्वान किया।
इस अवसर पर भूतपूर्व सैनिक डॉ. पियूष शुक्ला, डॉ. रविन्द्र नाथ वर्मा, जलज मिश्रा सहित महाविद्यालय के शिक्षक, छात्र एवं कर्मचारी उपस्थित रहे।










