
- बैंक पर लापरवाही का आरोप, पी एम से भी लगा चुका न्याय की गुहार
- प्रधानमंत्री रोजगार योजना में चयन के बाद भी नहीं मिला लाभ, शिकायतों के बाद भी विभागीय अफसर चुप
लखीमपुर खीरी। लखीमपुर खीरी के मेला मैदान इलाके में रहने वाले नंद किशोर भारद्वाज पिछले तीन दशकों से प्रधानमंत्री रोजगार योजना के तहत मिलने वाले लाभ का इंतजार कर रहे हैं। सरकार की महत्वाकांक्षी योजना का लाभ पाने के लिए उन्होंने न सिर्फ बैंक और विभागीय दफ्तरों के चक्कर लगाए, बल्कि प्रधानमंत्री कार्यालय (पीएमओ) तक अपनी शिकायत पहुंचाई। बावजूद इसके, उन्हें आज तक न्याय नहीं मिला। भ्रष्टाचार, लापरवाही और सिस्टम की उदासीनता के बीच नंद किशोर की जिंदगी बेरोजगारी की मार झेल रही है। अब उन्होंने सीधा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से न्याय की गुहार लगाई है।
2011 से फाइलें घूम रही हैं, समाधान शून्य
नंद किशोर का आरोप है कि वर्ष 2011 से लेकर 2022 तक उन्होंने संबंधित पीएनबी शाखा और जिला प्रशासन के चक्कर लगाए, लेकिन हर बार उन्हें आश्वासन मिला। बैंक अधिकारियों का कहना था कि फाइल “प्रोसेस में” है, लेकिन अब तक न तो कोई कॉल आया, न ही फंड रिलीज हुआ।
पीएमओ तक दर्जनों शिकायतें, कोई हल नहीं
निराश नंद किशोर ने 2022 में प्रधानमंत्री कार्यालय को भी शिकायत भेजी। PMOPG/2022/700/12.12.2022 सहित कई बार ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन कराया गया, लेकिन हर बार एक जैसे जवाब मिले – “विषय प्रगति पर है।” उन्होंने बताया कि अक्टूबर 2024 में भी पीएमओ पोर्टल पर शिकायत डाली गई थी, लेकिन अब तक कोई कार्रवाई नहीं हुई।
‘तीन बार सांसद और मंत्री से मिला, सबने फॉरवर्ड कर दिया’
नंद किशोर ने बताया कि उन्होंने क्षेत्रीय सांसद और राज्य मंत्री को भी इस बारे में पत्र सौंपा था। उन्होंने कहा, “सबने कहा कि जांच कराएंगे, लेकिन तीन महीने बाद भी कोई अधिकारी मुझसे संपर्क नहीं करता। अब मुझे सिर्फ प्रधानमंत्री से उम्मीद है।”
‘अब कोर्ट जाऊंगा, लेकिन हार नहीं मानूंगा’
अपनी तमाम कोशिशों से थक चुके नंद किशोर ने अब यह ऐलान किया है कि यदि आने वाले दिनों में उन्हें न्याय नहीं मिला, तो वे न्यायालय का रुख करेंगे। “तीन दशक से मैं हर सरकार के दरवाजे पर गया, लेकिन सबने टाल दिया। अब न्याय नहीं मिला, तो हाईकोर्ट तक जाऊंगा,” उन्होंने कहा।