
लखीमपुर खीरी, निघासन। क्षेत्र में वर्षों से बाढ़ का पर्याय बन चुके घाघी नाले को लेकर एक बार फिर प्रशासनिक और राजनीतिक सक्रियता तेज हो गई है। गुरुवार सुबह जिलाधिकारी दुर्गा शक्ति नागपाल ने लुधौरी क्षेत्र के रानीगंज स्थित घाघी नाले का निरीक्षण किया और किसानों से बातचीत करते हुए उन्हें बाढ़ से स्थायी राहत का भरोसा दिलाया।
बांध या नाला सफाई ? दो पक्षों की मांगें टकराईं
निरीक्षण के दौरान किसानों के दो अलग-अलग पक्षों ने डीएम से अपनी मांगें रखीं। एक पक्ष ने घाघी नाले पर मजबूत बांध निर्माण की मांग करते हुए कहा कि इससे रानीगंज, गोविंदपुर फार्म, लुधौरी, बैलहा समेत सैकड़ों गांवों को बाढ़ से बचाया जा सकता है। वहीं दूसरे पक्ष ने हाईकोर्ट में विचाराधीन मामले का हवाला देते हुए बांध निर्माण पर रोक लगाने की मांग की। इस पर डीएम ने संतुलित रुख अपनाते हुए बताया कि फिलहाल नहर व बाढ़ खंड विभाग को मानसून से पूर्व आवश्यक कार्यवाही करने के निर्देश दे दिए गए हैं।
नाले की सफाई और दिशा बदलने की योजना
नहर विभाग के अपर अभियंता सोभित कुशवाहा ने स्पष्ट किया कि फिलहाल नाले पर बांध निर्माण की योजना नहीं है। इसके स्थान पर नाले की सफाई और खुदाई कर उसे सही दिशा देने की तैयारी है, जिससे पानी के बहाव को नियंत्रित किया जा सके।
बाढ़ की पीड़ा पुरानी, आंदोलन भी हुआ
ग्रामीणों की बाढ़ से पीड़ा नई नहीं है। वर्ष 2016 में भीषण नुकसान के बाद स्थानीय लोगों ने जलसमाधि की चेतावनी दी थी। उस दौरान नाराज ग्रामीणों ने तत्कालीन एसडीएम को बंधक बना लिया था और बाढ़ खंड के अधिकारियों को मौके से भगा दिया था। अंततः रेत की बोरियों और ईंटों से अस्थायी समाधान निकाला गया था।
डीएम ने दिए पुल निर्माण कार्य में तेजी के निर्देश

निरीक्षण के दौरान डीएम ने रानीगंज रोड पर 2.65 करोड़ रुपये की लागत से बन रहे रपटा पुलों का भी जायजा लिया और निर्माण कार्य को 15 जून तक हर हाल में पूरा करने के निर्देश दिए।
राजा राजेश्वर सिंह की पहल का असर
भाजपा के प्रदेश संयोजक व झंडी स्टेट के राजा राज राजेश्वर सिंह ने हाल ही में मुख्यमंत्री से मुलाकात कर घाघी नाले के आतंक को विस्तार से बताया था। इसके बाद सिंचाई एवं जल संसाधन विभाग के प्रमुख सचिव अनिल गर्ग तक भी मामला पहुंचा। राजेश्वर सिंह स्वयं बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का निरीक्षण कर चुके हैं।
प्रशासन की मौजूदगी और प्रयासों से ग्रामीणों में जगी उम्मीद
निरीक्षण के दौरान एसपी संकल्प शर्मा, डीएफओ सौरिष सहाय, विधायक शशांक वर्मा, एसडीएम राजीव निगम, सीओ महक शर्मा, बीडीओ जयेश कुमार सिंह सहित संबंधित विभागों के वरिष्ठ अधिकारी मौजूद रहे। अधिकारियों की सक्रियता और डीएम की स्पष्ट कार्ययोजना से ग्रामीणों में राहत की उम्मीद जगी है।