
लखीमपुर खीरी। थाना मैलानी अंतर्गत आने वाली पुलिस चौकी संसारपुर इन दिनों चर्चा का विषय बनी हुई है। क्षेत्रवासियों का कहना है कि चौकी में जनसुनवाई और प्रार्थना पत्रों के निस्तारण की प्रक्रिया पूरी तरह चरमराई हुई है। चौकी में कई वर्षों से तैनात सिपाही राजमन साहनी ही चौकी संचालन का जिम्मा संभाले हुए हैं। वहीं चौकी प्रभारी मोहित पुंडीर अधिकतर समय अन्य शासकीय कार्यों में व्यस्त रहते हैं, जिससे चौकी पर उनकी उपस्थिति नगण्य रहती है।
हाइलाइट्स:
- चौकी चला रहा लंबे समय से तैनात सिपाही
- नहीं हो रहा प्रार्थना पत्रों का निस्तारण
- जन सुनवाई के निर्देशों की उड़ रही धज्जियां
- पीड़ितों को न्याय मिलने में हो रही देरी
स्थानीय नागरिकों ने आरोप लगाया कि पुलिस चौकी में दर्जनों प्रार्थना पत्र लंबित पड़े हैं जिनका महीनों से कोई निस्तारण नहीं हुआ। जबकि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ स्वयं सभी अधिकारियों को स्पष्ट निर्देश दे चुके हैं कि वे सुबह 10 से 11 बजे तक अपने कार्यालय में जनसुनवाई सुनिश्चित करें। मगर संसारपुर चौकी में यह निर्देश पूरी तरह नजरअंदाज किए जा रहे हैं।
पीड़ितों ने बताई समस्या
कस्बा निवासी अफसाना ने बताया कि “मेरा मुकदमा तो पंजीकृत हुआ, लेकिन मेरे ससुराल पक्ष के किसी भी सदस्य को आज तक चौकी या थाने में तलब नहीं किया गया। मेरी बाइक, जेवरात और दहेज का सारा सामान मेरे ससुराल वाले दबाए बैठे हैं। तीन छोटे बच्चों के साथ मुझे घर से निकाल दिया गया, और अब न ही उनकी गिरफ्तारी हुई और न ही मुझे कोई राहत मिली। मुकदमा लड़ने में भारी आर्थिक और मानसिक परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।”
वहीं आरिफ खान ने बताया कि वह पूर्व में कई बार चोरी की शिकायतें दर्ज करवा चुके हैं, लेकिन पुलिस की ओर से कोई कार्रवाई नहीं हुई। “न तो चोर पकड़ा गया और न ही चोरी गया सामान बरामद हुआ। हमारी उम्मीदें धीरे-धीरे खत्म होती जा रही हैं।”
कृष्ण पाल मिश्रा का कहना है, “मैंने मार्च महीने में एक प्रार्थना पत्र दिया था, लेकिन आज तक उस पर कोई कार्रवाई नहीं हुई। न ही मेरी शिकायत पर कोई संज्ञान लिया गया और न ही संबंधित पक्ष से सुलह-समझौते की कोई पहल की गई।”
कस्बा निवासी रविकांत दीक्षित का कहना है, “मेरी फैक्ट्री से एक व्यक्ति सिलाई की मशीन उठाकर ले गया और अब लौटा नहीं रहा। इस मामले में मैंने पुलिस चौकी में प्रार्थना पत्र दिया, लेकिन उसकी कोई सुनवाई नहीं हुई।”
लापरवाही पर उठ रहे सवाल
स्थानीय लोगों का कहना है कि सिपाही राजमन साहनी चौकी में एकछत्र राज चला रहे हैं। उनका व्यवहार भी कई बार अभद्र पाया गया है, और वह मामलों को गंभीरता से नहीं लेते। चौकी प्रभारी की अनुपस्थिति में उनकी जिम्मेदारियों का निर्वहन ठीक ढंग से नहीं हो पा रहा, जिससे आमजन को भारी असुविधा झेलनी पड़ रही है।
पुलिस प्रशासन की इस लापरवाही ने न सिर्फ लोगों के विश्वास को चोट पहुंचाई है बल्कि मुख्यमंत्री के आदेशों की अवहेलना भी स्पष्ट रूप से दिख रही है।
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