
निघासन, लखीमपुर खीरी। बाल विकास परियोजना अधिकारी (CDPO) डॉ. पूजा त्रिपाठी ने निघासन क्षेत्र के विभिन्न आंगनबाड़ी केंद्रों का औचक निरीक्षण किया। इस दौरान नौ आंगनबाड़ी केंद्रों का जायजा लिया गया, जिनमें से दो केंद्र पूरी तरह बंद मिले जबकि एक केंद्र पर आंगनबाड़ी कार्यकर्ता अनुपस्थित पाई गईं। निरीक्षण में मिली लापरवाही पर सीडीपीओ ने नाराजगी जताई और संबंधित कर्मियों को नोटिस जारी कर स्पष्टीकरण मांगा है।
सीडीपीओ डॉ. त्रिपाठी ने कहा कि आंगनबाड़ी केंद्रों का संचालन बच्चों की शिक्षा, पोषण और प्रारंभिक देखभाल के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण है। ऐसे में किसी भी प्रकार की लापरवाही, गैर-जवाबदेही या नियमों की अनदेखी को कतई बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। उन्होंने कहा कि विभागीय नियमों के अनुसार सभी केंद्रों को तय समय पर खुलना चाहिए और पोषाहार वितरण, प्री-स्कूल शिक्षा, टीकाकरण व अन्य सेवाओं का नियमित संचालन सुनिश्चित किया जाना चाहिए।
निरीक्षण के दौरान जिन दो केंद्रों पर ताले लटके मिले, वहां स्थानीय ग्रामीणों ने बताया कि केंद्र कई दिनों से समय पर नहीं खुल रहे थे। वहीं एक अन्य केंद्र पर पहुंचने पर आंगनबाड़ी कार्यकर्ता नदारद थीं और किसी प्रकार की गतिविधि नहीं चल रही थी।
डॉ. त्रिपाठी ने बताया कि लापरवाही बरतने वाले कर्मचारियों से तीन दिन के भीतर जवाब मांगा गया है। संतोषजनक स्पष्टीकरण न मिलने की स्थिति में विभागीय कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने सभी सुपरवाइजरों को निर्देश दिए कि वे केंद्रों की नियमित निगरानी करें और किसी भी स्तर पर अनियमितता की स्थिति में तुरंत रिपोर्ट प्रस्तुत करें।
स्थानीय लोगों ने सीडीपीओ की इस पहल की सराहना की है और उम्मीद जताई है कि इससे आंगनबाड़ी सेवाओं में सुधार आएगा। डॉ. त्रिपाठी ने कहा कि क्षेत्र में आगे भी औचक निरीक्षण जारी रहेंगे ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि केंद्रों पर बच्चों को समय से गुणवत्तापूर्ण सेवाएं प्राप्त हों।
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