लखीमपुर खीरी। पुलिस ने आज एक बड़ी सफलता हासिल करते हुए अवैध असलहों के साथ दो अपराधियों को गिरफ्तार किया है। ये दोनों आरोपी न सिर्फ अवैध हथियारों के साथ पकड़े गए बल्कि पूछताछ में रंगदारी मांगने जैसे संगीन अपराधों का भी खुलासा किया।
घटना की जानकारी के मुताबिक, आज दिनांक 17 अप्रैल 2025 को थाना कोतवाली सदर क्षेत्र में उ0नि0 पटेल राठी, 30 नि0 सुनील तिवारी व उनकी टीम क्षेत्र में गश्त पर थी। इसी दौरान स्वाट टीम के हैड कांस्टेबल सत्यप्रकाश सिंह, ओम मिश्रा और है0का0 शरद शुक्ला से बातचीत हो रही थी कि मुखबिर खास ने सूचना दी — दो संदिग्ध व्यक्ति पुराना एसपी बंगला के पास अवैध असलहों के साथ खड़े हैं।
पुलिस टीम ने तत्परता दिखाते हुए योजनाबद्ध तरीके से घेराबंदी कर दोनों संदिग्धों — हरप्रीत सिंह उर्फ टोनी (55 वर्ष) और गुरजीत सिंह उर्फ जौता (40 वर्ष) को गिरफ्तार कर लिया। तलाशी के दौरान हरप्रीत सिंह के पास से एक तमंचा .315 बोर और दो जिन्दा कारतूस बरामद हुए, वहीं गुरजीत सिंह के पास से एक तमंचा 12 बोर और दो जिन्दा कारतूस मिले। पूछताछ में दोनों ने कबूल किया कि उनके पास इन हथियारों का कोई लाइसेंस नहीं है और ये अवैध असलहे हैं।

इतना ही नहीं, पूछताछ के दौरान दोनों आरोपियों ने यह भी स्वीकारा कि वे बीते चार महीने से अलग-अलग स्थानों पर मोबाइल फोन लेकर लोगों से संपर्क कर रंगदारी मांगते रहे हैं। उन्होंने यह भी खुलासा किया कि लखीमपुर की प्रसिद्ध डॉ. इन्द्रा चौपड़ा से 50 लाख की रंगदारी भी मांगी थी। उन्होंने बबर खालसा के नाम से धमकी भरा पत्र भी भेजा था।
पुलिस के अनुसार, दोनों आरोपी किसी और संगीन वारदात को अंजाम देने की योजना बना रहे थे। गिरफ्तारी के बाद मौके पर बरामद असलहों को सील कर विधि अनुसार कब्जे में ले लिया गया है। दोनों पर आर्म्स एक्ट के तहत केस दर्ज कर लिया गया है। मामले की जांच उपनिरीक्षक अजीत कुमार मिश्रा द्वारा की जा रही है।
पुलिस का कहना है कि बरामदगी व गिरफ्तारी के दौरान मानवाधिकार आयोग और सर्वोच्च न्यायालय के दिशा-निर्देशों का पूरी तरह पालन किया गया। मामले से जुड़े अन्य पहलुओं की गहन जांच जारी है।