ग्रामीण नहीं आये आगे तो लेखपाल ने स्वयं ट्रैक्टर चलाकर जमीन को कराया कब्जामुक्त
लखीमपुर खीरी। तहसील धौरहरा क्षेत्र में उपजिलाधिकारी व तहसीलदार की अगुवाई में कस्बों से लेकर गांवों तक में अवैध नवीन परती, गौशाला,पार्क समेत अन्य जमीनों पर हुए अवैध कब्जे को हटवाने के चलाये जा रहे अभियान के क्रम में आज ईसानगर क्षेत्र के गैसापुर में नवीन परती की पड़ी जमीन को गौशाला के नाम प्रस्ताव कर उस पर हुए कब्जे को हटवाने गए लेखपाल को अजीबोग़रीब स्थित का सामना करना पड़ गया। जहां के हालात देख लेखपाल ने स्वयं ट्रेक्टर चलाकर 0.405 हेक्टेयर जमीन पर लगी गन्ने की फसल को जोतकर कब्जा मुक्त करवा दिया। जिसको देख अन्य कब्ज़ेदारों में तरह तरह की चर्चाएं व्याप्त है।
तहसील क्षेत्र में उपजिलाधिकारी धीरेन्द्र सिंह व तहसीलदार अवधेश कुमार की अगुवाई में कस्बों से लेकर गांवों तक मे जमीनों पर हुए अवैध कब्जों को हटवाने के लिए चलाये जा रहे अभियान में आज ईसानगर क्षेत्र के ग्राम गैसापुर में नवीन परती के नाम से दर्ज गाटा संख्या 811 की 0.405 हेक्टेयर जमीन जिस पर चौरा मजरा समैसा निवासी प्रेमशंकर तिवारी आदि लोगों ने कब्जा कर उसमें गन्ने की फसल लगा रखी थी। जिसको लेखपाल पुष्पेंद्र कुमार ने खाली करवाकर गौशाला को दे दिया। इस दौरान राजस्व निरीक्षक ने बताया कि उसने कब्जेदारों को कब्जा हटाने को कहा था बावजूद किसी ने जब कब्जा नहीं हटाया तो भूमि की पैमाइस कर सरकारी ट्रेक्टर लेकर कब्जा हटवाने के लिए जब वह खेत मे पहुचा जहां किसी भी ग्रामीण ने ट्रेक्टर चलाने के लिए हामी नहीं भरी तो वह स्वयं ट्रेक्टर चलाकर लगी गन्ने की फसल को जोतकर जमीन को कब्जा मुक्त करवाते हुए गौशाला को दे दिया। जिसको देख गांव मे अन्य कब्ज़ेदारों में भी हलचल मची हुई है।