लखीमपुर खीरी : जीत की ललकार, टीम भावना की मिसाल सेंट जॉन्स स्कूल के इंटर हाउस क्रिकेट टूर्नामेंट में रोमांच चरम पर

लखीमपुर खीरी । खेल सिर्फ जीत-हार का नाम नहीं, यह अनुशासन, आत्मबल और एकजुटता का दूसरा नाम है। सेंट जॉन्स सीनियर सेकेंडरी स्कूल, गोला के प्रांगण में तीन दिवसीय इंटर हाउस क्रिकेट टूर्नामेंट का आयोजन खेल भावना के अद्वितीय उदाहरण के रूप में सामने आया। जब गेंद हवा में घूमी, बल्ला बोला और दर्शक दीर्घा में तालियों की गूंज उठी — तो यह सिर्फ मैच नहीं था, यह था एक उत्सव… खेल का, उत्साह का और युवा जोश का।

पहला दिन: जब जॉन्स हाउस ने दिखाया जुनून और जज़्बा

टूर्नामेंट का आग़ाज़ हुआ पीटर और जॉन्स हाउस के बीच धमाकेदार मुकाबले से। टॉस जीतकर जॉन्स हाउस ने पहले गेंदबाजी चुनी एक सोच, एक रणनीति। पीटर हाउस ने चुनौती तो पेश की, लेकिन जॉन्स के खिलाड़ियों की चुस्ती, क्षेत्ररक्षण की फुर्ती और कप्तानी की सूझबूझ ने मैच को उनके पक्ष में कर दिया।
जॉन्स हाउस के बल्लेबाजों ने मैदान को रन से रंग दिया। हर चौके के साथ उम्मीदें बढ़ती गईं और जैसे ही विजयी रन बना, पूरा स्कूल मैदान तालियों से गूंज उठा। यह केवल जीत नहीं थी, यह आत्मविश्वास की घोषणा थी।

दूसरा दिन: पॉल हाउस की परिपक्वता और पक्के इरादे

दूसरे दिन का मुकाबला पॉल और जेम्स हाउस के बीच था। मौसम सुहावना था और मैदान पर जोश चरम पर। टॉस पॉल हाउस ने जीता और पहले बल्लेबाज़ी का फैसला लिया।
पॉल हाउस के सलामी बल्लेबाजों ने रन बनाने की जो धारा बहाई, उसे जेम्स हाउस रोक नहीं पाया। लक्ष्य बड़ा था और दबाव भारी। जेम्स हाउस की टीम ने कोशिश की, परंतु पॉल हाउस की बल्लेबाजी के आगे टिकना मुश्किल हो गया। अंतिम रन लेकर पॉल हाउस की टीम विजेता हुई।

अब शनिवार को होगा महासंग्राम: जॉन्स बनाम पॉल

अब इंतजार है शनिवार का, जब दो विजेता जॉन्स और पॉल आमने-सामने होंगे। दोनों टीमों में दम है, रणनीति है और सबसे बड़ी बात, एकजुटता है। यह मैच अपने हाउस के गौरव के लिए होगा।
विद्यालय के मैदान पर इतिहास रचने को तैयार हैं ये युवा खिलाड़ी। हर रन, हर कैच, हर विकेट अब स्कूल की यादों में दर्ज होगा।

प्रशासन ने निभाई सशक्त भूमिका, बना उदाहरण

पूरे टूर्नामेंट में विद्यालय प्रशासन की भूमिका बेहद प्रेरणादायक रही। प्रधानाचार्य फादर अनूप टिर्की, उप प्रधानाचार्य फादर संजीत कुल्लू, और हेडमिस्ट्रेस सिस्टर स्नेहा ने अपने प्रोत्साहन और मार्गदर्शन से खिलाड़ियों को न सिर्फ हौसला दिया, बल्कि यह सिखाया कि खेल में गरिमा और मर्यादा कैसे रखी जाती है।

आयोजन की नींव में था अनुशासन और टीमवर्क

मैच की हर बारीकी को सँभाला गया संजीदगी से

पीटीआई प्रशांत सिंह की सजीव और जोशीली कमेंट्री ने दर्शकों को बाँधे रखा।

शिक्षक अभिषेक गुप्ता की अंपायरिंग ने मैच को निष्पक्ष और रोचक बनाए रखा।

स्कोर लेखा-जोखा पीटीआई शिक्षिका निधि सिंह ने बेहद अनुशासित तरीके से तैयार किया।

आयोजन में वरिष्ठ छात्र-छात्राओं की भागीदारी ने यह जता दिया कि स्कूल के युवा भविष्य को लेकर सजग और संगठित हैं।

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