
Gola, Lakhimpur Kheri : नगर में बढ़ते यातायात दबाव और लगातार लग रहे जाम की समस्या को देखते हुए प्रशासन द्वारा रिक्शा चालकों के लिए नया रूट प्लान तय करने की कवायद शुरू की गई है। इसी प्रस्तावित व्यवस्था के विरोध में सोमवार को बड़ी संख्या में रिक्शा चालक विधायक गोला अमन गिरी के आवास पर पहुंच गए और अपनी समस्याएं सामने रखीं।
जलालपुर निवासी रिक्शा चालक फरहाज अली ने बताया कि नए रूट प्लान के तहत रोड बांटने और नगर पालिका से ₹20 की पर्ची कटवाने की बात कही जा रही है, जो रिक्शा चालकों पर अतिरिक्त बोझ डालेगी। उन्होंने कहा कि “हम लोग चाहते हैं कि जैसे पहले रिक्शा चलता था, वैसे ही चलता रहे। यदि किसी प्रकार के कागज बनवाने की जरूरत है तो हम वह बनवा लेंगे, लेकिन उसके लिए हमें कम से कम छह महीने का समय दिया जाए।” फरहाज अली ने यह भी कहा कि वे गांवों से स्कूली बच्चों को लाते-ले जाते हैं और हर रोड पर बच्चों को छोड़ना उनकी मजबूरी है। “हमें किसी एक रोड तक सीमित कर दिया गया तो हमारा रोज़गार प्रभावित हो जाएगा,” उन्होंने कहा।
गांधीपुर निवासी रिक्शा चालक इश्तियाक खान ने विकलांग और बुजुर्ग चालकों की समस्या उठाई। उन्होंने कहा कि “मैं स्वयं विकलांग हूं। जो नए नियम बनाए जा रहे हैं, उनके हिसाब से तो अधिकांश ऑटो-रिक्शा बंद हो जाएंगे। ऐसे में विकलांग चालकों के लिए अलग से क्या नियम होंगे, यह स्पष्ट नहीं है।” उन्होंने यह भी कहा कि कई बुजुर्ग चालकों के लाइसेंस नहीं बन पाएंगे, जिससे उनका कामकाज पूरी तरह ठप हो सकता है। इसी प्रकार मौके पर मौजूद हजारों रिक्शा चालकों ने एक स्वर में अपनी-अपनी समस्याएं रखीं और नए रूट प्लान पर आपत्ति जताई। चालकों का कहना था कि प्रस्तावित व्यवस्था से उनका रोज़गार छिनने का खतरा है और परिवार के सामने रोज़ी-रोटी का संकट खड़ा हो जाएगा।
रिक्शा चालकों ने बताया कि विधायक गोला अमन गिरी ने सोमवार को मिलने और समस्या के समाधान का आश्वासन दिया था। इसी भरोसे पर हजारों चालक उनके आवास पर पहुंचे, लेकिन लगभग तीन घंटे बीत जाने के बावजूद विधायक और रिक्शा चालकों के बीच कोई मुलाकात या बातचीत नहीं हो सकी। चालकों का कहना है कि उन्हें आधे घंटे में मिलने का समय बताया गया था, लेकिन तीन घंटे तक इंतजार के बाद भी कोई स्पष्ट सूचना नहीं मिली, जिससे उनमें नाराजगी बढ़ती चली गई।













