अमीरनगर खीरी। अघोषित बिजली कटौती से बिजली उपभोक्ताओं में आक्रोश देखा जा रहा है। कस्बा अमीरनगर एवं आसपास के ग्रामीण क्षेत्र में बिजली व्यवस्था लगातार लचर होती जा रही है।अघोषित बिजली कटौती होने से उपभोक्ता में हाहाकार मचा हुआ है। इस समय गन्ने की फसल में सिंचाई की आवश्यकता है।किसान खेतों में खड़ी गन्ने की फसल की सिचाई भी समय पर नहीं कर पा रहे हैं जिस कारण किसानों की गन्ने की फसल सूख रही। इतना ही नहीं जब लोग कटौती की जानकारी अधिकारियों से करते हैं तो वे संतोषजनक जवाब नहीं देते हैं। इसे लेकर क्षेत्र के लोगों में रोष व्याप्त है। कर्मचारियों की लापरवाही के कारण किसान, व्यापारी सहित अन्य लोगों को बिजली सप्लाई परेशानी का कारण बनी हुई है। बिना किसी सूचना होने वाली कटौती ने तो लोगों को पेयजल के साथ ही भयंकर गर्मी में रात को नींद लेना भी दूभर कर दिया है। परेशान व्यापारी और किसान जब सप्लाई न मिलने पर अधिकारी और कर्मचारियों से जानकारी करते हैं तो उन्हें संतोष जनक जवाब नहीं दिया जाता है।
क्या कहते हैं क्षेत्रवासी
उद्योग व्यापार मंडल अमीरनगर के महामंत्री जुबैर खान कहते हैं अघोषित बिजली कटौती से व्यापारी वर्ग बहुत परेशान है।भयंकर गर्मी में दुकानों में व्यापारियों को बैठना मुश्किल पड़ रहा है।नये
जेई की तैनाती जब से हुई है तब से बस्तौली पावर हाउस के उपभोक्ता के साथ लूट मची है 24 घंटे चार से पांच घंटे बिजली मिल पा रही स्थित दिन पर दिन गम्भीर होती जा रही।
हजरतपुर निवासी किसान इंद्रजीत सिंह लाडी कहते हैं कि इस समय गन्ने की फसल को सिंचाई की आवश्यकता है। किंतु अघोषित बिजली कटौती होने से गन्ने की फसल सूखने की कगार पर है जबकि धान की रोपाई अभी शेष है। बिजली विभाग को अघोषित बिजली कटौती को रोकना होगा ताकि किसान भाई समय से अपनी फसल की सिंचाई कर सके।
कुम्भी निवासी जितेन्द्र अर्कवंशी कहते हैं अघोषित बिजली कटौती से भयंकर गर्मी में रात को सोना मुश्किल है।बिना बिजली के पंखा, एसी,कूलर,फ्रिज सिर्फ शोपीस बनकर रह गए हैं। कई बार विधुत विभाग को इस बारे में अवगत भी कराया किन्तु कोई सकारात्मक परिणाम नही निकलते हैं।
कस्बा अमीरनगर निवासी आत्मानंद शुक्ला कहते हैं कि मुश्किल से चार घंटे भी लगातार विद्युत आपूर्ति होना सम्भव नहीं हो पा रहा है।कुल मिलाकर मनमानी चल रही है बिजली विभाग वालो को कोई रोकने टोकने वाला है ही नहीं।क्षेत्र में मुख्य मंत्री के आदेशानुसार बिजली सप्लाई नहीं हो पा रही है। बिजली कटौती से उपभोक्ताओं में आक्रोश व्याप्त है।