Lakhimpur Kheri : खण्डसारी क्रेशर बंद, किसानों की बढ़ी परेशानी, 600 करोड़ रु. गन्ना भुगतान अटका

  • भारतीय किसान यूनियन (अराजनैतिक) के जिलाध्यक्ष कुलवन्त सिंह जोशन ने डीएम को सौंपा ज्ञापन

Lakhimpur Kheri : जनपद खीरी में खण्डसारी विभाग के अंतर्गत आने वाले क्रेशर इस सीजन में अभी तक चालू नहीं हो सके हैं। क्रेशर बंद रहने से किसानों में गहरी नाराज़गी है। इसी मुद्दे को लेकर भारतीय किसान यूनियन (अराजनैतिक) के जिलाध्यक्ष कुलवन्त सिंह जोशन ने जिला अधिकारी को ज्ञापन सौंपते हुए तत्काल क्रेशर शुरू कराने की मांग की है।

ज्ञापन में बताया गया है कि इस समय किसान रबी फसल की बुवाई से पहले भारी आर्थिक संकट का सामना कर रहे हैं। खाद, बीज, सिंचाई, मजदूरी और अन्य कृषि कार्यों के लिए नगदी की आवश्यकता होती है, परंतु गन्ना भुगतान समय से न मिलने के कारण किसान साहूकारों से महंगे ब्याज पर पैसा उधार लेने के लिए मजबूर हैं।

बजाज ग्रुप पर किसानों का करीब 600 करोड़ रु. बकाया

किसान यूनियन के पदाधिकारियों के अनुसार बजाज ग्रुप की मिलों पर ही जिले के किसानों का लगभग 600 करोड़ रुपये का भुगतान अटका हुआ है। ऐसे में खण्डसारी क्रेशर ही किसानों के लिए तुरंत नकद आय का एकमात्र विकल्प हैं। लेकिन क्रेशरों के बंद होने से किसान अपनी रोजमर्रा की जरूरतें भी पूरी नहीं कर पा रहे।

“क्रेशर चालू कराए जाएं, वरना खेती पर संकट गहरा जाएगा”

जिलाध्यक्ष कुलवन्त सिंह जोशन ने डीएम को सौंपे ज्ञापन में कहा कि क्रेशरों के बंद होने से किसान बुरी तरह प्रभावित हो रहे हैं। यदि जल्द क्रेशर चालू न हुए तो गन्ना कटाई-बिक्री में गंभीर बाधाएं आएंगी और गांवों में आर्थिक अव्यवस्था बढ़ेगी।

किसानों की पीड़ा — “नगदी न मिले तो बुवाई कैसे करें?”

किसानों ने बताया कि गन्ना उनकी आय का प्रमुख स्रोत है। मिलों से भुगतान न आने और क्रेशर बंद रहने से वे खेत की तैयारियों के लिए भी धन जुटा नहीं पा रहे हैं।

किसान यूनियन ने प्रशासन से किसानों की स्थिति को गंभीरता से लेते हुए खण्डसारी क्रेशरों को तत्काल प्रभाव से शुरू करवाने की मांग की है। संगठन ने चेतावनी दी है कि अगर जल्द समाधान नहीं हुआ तो वे आंदोलन का रास्ता अपनाने को बाध्य होंगे।

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