अब नन्हे बच्चे सिकोरे बांधकर पक्षियों की बुझा रहे प्यास
पक्षियों की प्यास बुझाने के लिए विद्यालय ने चलाई मुहिम
बिजुआ खीरी : मई जून की गर्मी को पूरे वर्ष में सबसे गर्मी भरे माह माने जाते हैं जहां ताल तलैया पोखर आदि सभी सूख जाते हैं ऐसे में तालाबों व पोखरों के पानी पर निर्भर पशु पक्षी पानी के लिए भटकते रहते हैं इस वर्ष मई माह में पड़ रही भीषण गर्मी को देखते हुए भीरा के बोझवा में स्थित स्मृति पब्लिक स्कूल ने एक नन्हे मुंन्हे बच्चों के माध्यम से एक मुहिम चलाई जिसमें पक्षियों की प्यास बुझाने के लिए स्कूली बच्चे आगे आए हैं।
जहां पक्षियों के लिए पानी का प्रबंध करने के लिए पेड़ों पर सिकोरे बांधे हैं तो वहीं अपने आंगन व छत पर पानी व दाने का प्रबंध किया है नन्हे बच्चों की ऐसी मुहिम लोगों को प्रेरणा दे रही है स्कूली अध्यापक भी नन्हे बच्चों के इस सेवाभाव के काम की सराहना कर रहे है। अब इन सिकोरों को देखकर दिनभर सैकड़ों पक्षी अपनी प्यास बुझाते नजर आते है स्कूल के प्रबंधक सतेंद्र कुमार शर्मा ने बताया कि बढ़ते तापमान से पीने का पानी नहीं मिलने से पक्षी भी बेचैन होने लगे हैं। इससे स्कूली बच्चों ने पक्षियों के लिए सिकोरे व अपने आंगनों व छतों पर दाने व पानी का प्रबंध करके पुण्य का काम किया है। जीवजंतु मूक प्राणी होते हैं, लेकिन ये प्रतिक्रिया से मनुष्य को अपनी पीड़ा का अहसास करा देते हैं।
इससे मनुष्य को इनकी पीड़ा को अनदेखी नहीं करनी चाहिए। उन्होंने बताया कि सेवाभाव के कार्य में बचपन से ही लगन होनी चाहिए, ताकि बड़े होकर व्यक्ति समाज का संरक्षक बनकर उबर सके। उन्होंने कहा कि बच्चों के इस तरह के पुण्य कार्य से सबक लेकर लोगों को बेजुबान पक्षियों की सेवाभाव में आगे आना चाहिए।