लखीमपुर खीरी : तेज बारिश और आंधी से किसानों की खड़ी फसलें तबाह, भारी नुकसान

लखीमपुर खीरी। जिले में भीषण गर्मी के बाद आई तेज बारिश और आंधी ने जहां आम लोगों को राहत दी। किसानों के लिए यह मौसम बदलाव कहर बनकर आया। पिछले कई दिनों से लगातार पड़ रही तेज गर्मी से परेशान लोगों ने जब बारिश की बूंदों को महसूस किया, तो राहत की सांस ली। लेकिन इस राहत की कीमत किसानों को भारी नुकसान के रूप में चुकानी पड़ी।

तेज बारिश और तेज हवाओं के कारण खेतों में खड़ी गेहूं, सब्जी और आम की फसल को भारी नुकसान पहुंचा है। खेतों में पानी भर गया, जिससे फसलें या तो गिर गईं या सड़ने का डर सताने लगा है। गोला निवासी किसान कौशल शर्मा ने बताया कि फसल कटने के करीब थी, लेकिन बारिश और आंधी ने सब बर्बाद कर दिया। हमें काफी आर्थिक नुकसान हुआ है।

बता दें बुधवार की देर शाम से मौसम ने अचानक करवट ले ली थी दोपहर के समय आसमान में घने बादल छा गए थे और देर शाम होते ही लखीमपुर खीरी के गोला बिजुआ, निघासन, पलिया समेत कई अन्य क्षेत्रों में तेज बारिश के साथ ओलावृष्टि शुरू हो गई। इस अप्रत्याशित मौसम परिवर्तन से आम जनजीवन प्रभावित हुआ है।

तेज बारिश और ओलावृष्टि के चलते खेतों में खड़ी रबी फसलों को नुकसान पहुंचने की आशंका जताई जा रही है। खासकर गेहूं और सरसों की फसलें जिनकी कटाई का समय नज़दीक है, वे सबसे अधिक प्रभावित हो सकती हैं। किसानों ने प्रशासन से क्षति का सर्वे कर मुआवज़े की मांग की है।

स्थानीय लोगों का कहना है कि कई वर्षों बाद इस तरह की ओलावृष्टि देखने को मिली है। कुछ क्षेत्रों में तो मटर के दाने जितने बड़े ओले गिरे, जिससे कुछ कच्चे मकानों और वाहनों को भी नुकसान हुआ है।
बेमौसम बारिश और ओलावृष्टि ने किसानों की मेहनत पर पानी फेर दिया। तेज हवाओं के साथ बारिश और ओलावृष्टि ने जिले के कई क्षेत्रों-खासकर पलिया, निघासन, मैगलगंज, भीरा समेत अन्य क्षेत्रों में खड़ी फसलों को गंभीर नुकसान पहुंचाया। गेहूं, सरसों, मसूर और आलू जैसी रबी फसलें कटाई के लिए तैयार थीं, लेकिन अचानक मौसम ने करवट बदल ली और भारी ओलावृष्टि के चलते खेतों में पानी भर गया।

किसानों का कहना है कि उन्होंने भारी लागत से फसल तैयार की थी और अब उनकी पूरी मेहनत बर्बाद हो गई है। कई किसान कर्ज लेकर खेती कर रहे थे, जिससे उनकी आर्थिक स्थिति और खराब हो गई है। प्रशासन ने नुकसान का आकलन शुरू कर दिया है और किसानों को जल्द मुआवजा देने का आश्वासन भी दिया है।

उत्तर प्रदेश शासन ने भी ग्लोबल वार्मिंग के कारण हो रहे इस तरह के मौसमी बदलावों पर चिंता जताई है और पर्यावरण संतुलन बनाए रखने की आवश्यकता पर बल दिया है। किसानों को सलाह दी गई है कि वे प्रशासन के संपर्क में रहें और सरकारी सहायता के लिए आवेदन करें।

मौसम विभाग ने पहले ही पश्चिमी विक्षोभ के कारण प्रदेश के कुछ हिस्सों में बारिश और ओलावृष्टि की संभावना जताई थी। विभाग ने अगले कुछ घंटों के लिए भी मौसम अस्थिर रहने की चेतावनी दी है।
प्रशासन की ओर से राहत एवं बचाव कार्यों की तैयारी की जा रही है और किसानों से अपील की गई है कि वे खेतों में जाने से पहले मौसम की जानकारी अवश्य लें।

खबरें और भी हैं...

अपना शहर चुनें

लखनऊ: वक्फ संशोधन विधेयक पेश को लेकर पुराने लखनऊ में पुलिस ने किया फ्लैग मार्च। मुखवा में पीएम मोदी ने की गंगा पूजा अंसल एपीआई पर कार्रवाई : पिता – पुत्र समेत 5 पर मुकदमा दर्ज ट्रंप ने भारत , चीन समेत देशों पर उच्च शुल्क लगाने का किया ऐलान परिजनों ने कहा – सचिन तो सिर्फ मोहरा , कत्ल के पीछे कोई ओर