लखीमपुर खीरी : पहला मौका जब प्रधान नही, नगर पंचायत अध्यक्ष चुनेगें वोटर

नगर पंचायत चुनाव की हलचलें बढी़,लोगों को अपनाने की कवायद तेज

निघासन-खीरी। नवसृजति नगर पंचायत निघासन का यह पहला चुनाव होगा जिसमे वोटर नगर पंचायत अध्यक्ष की कुर्सी प्रतिनिधि को सौंपेगे।कस्बावासियों के मुताबिक नगर पंचायत निघासन को बनाने के लिए सबसे पहले मुहिम इंद्रदेव त्रिपाठी ने चलाई।इसके बाद सांसद अजय मिश्र टेनी व अन्य प्रतिनिधियों के प्रयासों से 2019 मे निघासन को नगर पंचायत का दर्जा मिला।नगर पंचायत के दर्जा मिलने के बाद यह पहला मौका होगा जब वोटर प्रधान नही नगर पंचायत अध्यक्ष को चुनेंगे।वही लगभग दो दर्जन के आसपास मजरों के मतदाता चुनाव समर मे अपनी भागीदारी निभाएंगे। 
सबसे पहले दयाशंकर पाण्डेय व आखिरी प्रधान रहीं गीता देवी

ग्राम प्रधान के चुनाव जब से शुरू हुए तब से निघासन ग्राम पंचायत से नगर पंचायत बनने के बाद आरक्षण बदलने के बाद दर्जनों प्रधान बदलें वही निघासन की 66 ग्रामपंचायतों मे शामिल निघासन ग्रामपंचायत के पहले प्रधान दयाशंकर पाण्डेय को चुना गया था।इसके बाद नगरपंचायत बनने के समय व वही आखिरी प्रधान के रूप मे गीता देवी के हाथों मे पंचायत की बागडौर रही।
नगर पंचायत चुनाव की कुर्सी के इंतजार मे हलचलें बढी़

निघासन नगर पंचायत मे यह पहला मौका होगा जब मतदाता प्रधान नही नगर पंचायत अध्यक्ष के लिए चुनाव करेंगे अगर देखा जाए तो निघासन से दावेदारों की फेहरिस्त बहुत लंबी है राजनैतिक दलों से संबध रखने वाले लोग जनता के बीच पहुंचने की कवायद तेज कर दी है और चुनावी समर मे लगभग दर्जनों प्रत्याशी क चुनावी अखाडे़ मे आने की संभावना लग रही है।

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