
लखीमपुर खीरी, निघासन। बुधवार की रात निघासन तहसील क्षेत्र में मौसम ने अचानक करवट ली। तेज आंधी और झमाझम बारिश ने जहां आम लोगों को गर्मी और उमस से राहत दी। वहीं इसका असर ग्रामीण इलाकों में तबाही के रूप में देखने को मिला। तेज हवाओं के साथ आई बारिश ने किसानों की तैयार फसलों को बर्बाद कर दिया और कई घरों को नुकसान पहुंचाया।
तेज आंधी के कारण निघासन, तिकुनिया और सिंगाही क्षेत्रों के सैकड़ों गांवों में छप्पर वाले घरों के छप्पर उड़ गए। कई घरों की दीवारों में दरारें आ गईं और कुछ घरों के छज्जे भी गिर पड़े। सिंगाही थाना क्षेत्र के बेनीपुरवा गांव के किसान संजय पाल के घर का छप्पर आंधी में उड़ गया। संजय ने बताया कि वह रात को अपनी पत्नी और बच्चों के साथ घर में सो रहे थे, तभी तेज हवा से उनकी नींद खुली। देखते ही देखते पूरा छप्पर उड़कर दूर जा गिरा। सौभाग्य से परिवार के सभी सदस्य सुरक्षित रहे।
इस अचानक बदले मौसम का सबसे बड़ा असर किसानों पर पड़ा है। खेतों में पक कर तैयार खड़ी गेहूं की फसल तेज बारिश और हवा की वजह से जमीन पर बिछ गई, जिससे भारी नुकसान हुआ है। कई किसानों ने बताया कि उन्होंने कटाई के लिए मजदूर तय कर रखे थे, लेकिन अब पूरी फसल खराब हो चुकी है।
इसके अलावा तेज आंधी से निघासन, तिकुनिया और सिंगाही विद्युत उपकेंद्रों से जुड़ी लाइनों में तकनीकी खराबी आ गई, जिससे सैकड़ों गांवों में बिजली आपूर्ति पूरी तरह बाधित हो गई। कई स्थानों पर खंभे गिर गए और तार टूट गए हैं। बिजली विभाग के अधिकारी व कर्मचारी मरम्मत कार्य में जुटे हुए हैं, लेकिन आपूर्ति बहाल होने में समय लग सकता है।
फिलहाल अभी तक पीड़ित संजय पाल और उसके परिवार से किसी भी प्रशासनिक अधिकारी के मिलने और राहत पहुंचाए जाने की कोई जानकारी सामने नहीं आई है।