
- खुले आसमान के नीचे भीग रहा सैकड़ों कुंटल सरकारी खरीद का गेहूँ
लखीमपुर खीरी, मैगलगंज। मौसम विभाग द्वारा भारी बारिश की चेतावनी दिए जाने के बावजूद जिम्मेदार अधिकारियों की लापरवाही के कारण मैगलगंज मंडी में सैकड़ों कुंटल सरकारी खरीद का गेहूँ खुले आसमान के नीचे भीग रहा है। इससे न सिर्फ अनाज की गुणवत्ता पर असर पड़ा है, बल्कि किसानों की मेहनत और सरकारी संसाधनों का भी भारी नुकसान हो रहा है।
स्थानीय किसानों का आरोप है कि प्रशासन को कई बार सूचित किया गया कि मंडी परिसर में खरीदे गए गेहूँ के लिए समुचित भंडारण या तिरपाल की व्यवस्था नहीं है, लेकिन कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया। बुधवार रात से शुरू हुई बारिश ने सारी लापरवाही की पोल खोल दी।
भीग चुके अनाज का भविष्य अब अधर में लटका है। अगर यह अनाज खराब हुआ, तो यह न केवल आर्थिक क्षति होगी बल्कि इससे खाद्य सुरक्षा योजना के तहत वितरित होने वाले अनाज की आपूर्ति पर भी असर पड़ सकता है।
किसानों की नाराज़गी:
किसानों ने प्रशासन पर सवाल उठाते हुए कहा कि जब मौसम विभाग पहले ही अलर्ट जारी कर चुका था, तब इतनी बड़ी लापरवाही क्यों हुई? “हमने खून-पसीने से फसल उगाई, समय पर गेहूँ मंडी में बेचा, लेकिन अब उसे भीगते देखना बेहद दुखद है,” एक स्थानीय किसान ने बताया।
क्या कहते जिम्मेदार?
नवीन गल्ला मंडी समिति मैगलगंज के सचिव नरेश रस्तोगी ने बताया कि गल्ला मंडी में जो गेहूं पड़ा है यह एक किसान का है। किसान ने नम गेहूं को सूखने के लिए डाला था लेकिन खराब मौसम होने पर केंद्र प्रभारी को पल्लेदारों की मदद से गेहूं को अंदर कर लेना चाहिए था।