लखीमपुर खीरी : नगर में अतिक्रमण हटाओ अभियान हुआ जारी

मोहम्मदी रोड, मिल रोड, खुटार रोड, लखीमपुर रोड, अलीगंज रोड, स्टेशन रोड, सिनेमा रोड आदि कई स्थानों पर प्रशासन की मौन स्वीकृति से होता रहा अतिक्रमण

गोला गोकर्णनाथ – खीरी। तहसील गोला गोकर्णनाथ में अवैध अतिक्रमणकारियों पर प्रशासन ने शिकंजा कसना शुरू कर दिया। इसी कड़ी में नगरपालिका प्रशासन ने सदर चौराहे से लेकर मोहम्मदी रोड पर अवैध रूप से बढ़ाकर बनाई गई नालों पर दुकानों को तुड़वाना शुरू कर दिया है। नगरपालिका बाबू राजेश बाजपेयी ने बताया कि नाले पर दुकानदारों ने अवैध अतिक्रमण कर रखा है जिसकी सूचना भी कई बार दुकानदारों को दी गयी थी। लेकिन, उनके द्वारा नाले पर से अतिक्रमण नहीं हटाया गया इसलिए पहले लेवर लगाया गया बाद में जेसीबी से हटवाना पड़ा।

नाले पर दुकानदारों द्वारा किये गये अतिक्रमण से नाले की सफाई करने में नगर पालिका के कर्मचारियों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा था। कई बार जब सफाईकर्मचारी नाले की सफाई के लिए जाते थे तो दुकानदारों से वाद-विवाद की स्थिति उत्पन्न हो जाती थी। वर्तमान में नगर पालिका द्वारा नाले की सफाई करवायी जा रही है इसलिए नाले पर हर जगह से अतिक्रमण हटवाया जायेगा।

गौरतलब है कि गोला गोकर्णनाथ मेें अलीगंज रोड से लेकर खुटार रोड, मोहम्मदी रोड , लखीमपुर रोड , मिल रोड सभी पर अधिकांश दुकानदार रोड तक अपना सामान बढ़ाकर रखते है । इसी अतिक्रमण की वजह से सड़कों पर जाम लगने की स्थिति बनती है । कई बार उपजिलाधिकारी गोला की गाड़ी से लेकर एम्बुलेंस तक भी जाम में फंस चुकी है, जिसको देखते हुए तहसील प्रशासन व नगर पालिका प्रशासन ने अवैध अतिक्रमण को हटवाने का फैसला किया है । आज अतिक्रमण हटाओ अभियान में मोहम्मदी रोड पर बनी पूरब दिशा की दुकानों के अतिक्रमण को हटाया गया है ।

आम जनता की आवाज बिना भेदभाव के हटे अतिक्रमण

इस सम्बन्ध में गोला गोकर्णनाथ की जनता का कहना है कि मुख्यमंत्री के आदेश के बाद ही प्रशासन क्यों जागता है , क्या यह आजनमानस की समस्या नगर पालिका को दिखाई नहीं देती ? क्षेत्रवासियों का कहना है कि अवैध अतिक्रमण हटे वो भी बिना भेदभाव के

▪️इस सम्बन्ध में गोला गोकर्णनाथ नगर के समाजसेवी का कहना है कि नगर के जो चुने हुए जनप्रतिनिधि हैं उनको एक मास्टर प्लान तैयार करना चाहिए कि भविष्य में हमारे व्यापारियों , हमारे कर्मचारियों, आमजनमानस व अधिकारियों का शोषण न होने पाये । शोषण इस प्रकार क्योंकि, अतिक्रमण हटाने के लिए अधिकारियों और आमजनमानस के बीच जो तनाव पैदा होता है , जो कर्मचारियों को मेहनत करनी पड़ती है यह सब एक प्रकार का शोषण ही है । व्यवस्था ऐसी होनी चाहिए कि इस प्रकार की नौबत ही न आये । इसके लिए नगर पालिका को पहले से ही एक मास्टर प्लान तैयार करना चाहिए ।

▪️गोला नगर के ही अधिवक्ता सन्तोष त्रिपाठी ने बताया कि सरकार की मंशा के अनुरूप अतिक्रमण हटाया जाना चाहिए। मुख्यमंत्री का जो आदेश है कि फुटपाथ से भी अतिक्रमण हटना चाहिए इस पर नाले के अतिक्रमण के साथ-साथ गोला नगर में जिन लोगों ने फुटपाथ पर कब्जा कर रखा है उनके भी ठेले हटवाये जायें और अतिक्रमण हटवाने में किसी प्रकार का भेदभाव न किया जाय, जो नियम गरीब व्यक्ति के लिए हो वही रसूखदार के लिए हो।

▪️गोला नगर के अशोक कुमार मुन्ना का कहना है कि आज जो अतिक्रमण की स्थिति उत्पन्न हुई है यह एक दिन में तो हुई नहीं है, अभी तक प्रशासन सो रहा था । मोहम्मदी रोड पर जो अतिक्रमण पर कार्रवाई हो रही है सिर्फ व्यापारियों को परेशान किया जा रहा है । यदि नगर पालिका ने नालों पर अपने पत्थर की व्यवस्था की होती तो लोग नाले पर निर्माण करते ही क्यों ? अतिक्रमण हटे तो गोला नगर में सभी का हटे चाहें वह सत्ता का ही व्यक्ति क्यों न हो , भेदभाव न हो ।

▪️एडवोकेट रमाकांत चौधरी ने बताया कि हर बार अतिक्रमण हटाया जाता है , उसके बाद धीरे-धीरे पुनः अतिक्रमण हो जाता है। आखिर कब तक यह सब चलता रहेगा। प्रशासन को ऐसी व्यवस्था करनी चाहिए कि अतिक्रमण करने वालों पर कार्रवाई भी करनी चाहिए, मात्र अतिक्रमण हटाने से काम नहीं चलने वाला। यदि यही नाला हर 3 माह में साफ होता रहे तो अतिक्रमण की नौबत ही न आये।

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