
गोला गोकर्णनाथ, लखीमपुर : नगर पालिका परिषद गोला गोकर्णनाथ के अध्यक्ष विजय शुक्ला रिंकू ने सोमवार को जिलाधिकारी दुर्गाशक्ति नागपाल से मुलाकात कर छोटी काशी के ऐतिहासिक चैती मेला एवं श्रावण मास के पवित्र सावन मेले को राजकीय मेला घोषित करने की मांग की। उन्होंने इस संबंध में जिलाधिकारी को एक प्रार्थना पत्र सौंपा और मेलों के धार्मिक, सांस्कृतिक व सामाजिक महत्व को विस्तार से बताया।
पालिकाध्यक्ष ने बताया कि गोला गोकर्णनाथ, जिसे श्रद्धालु छोटी काशी के नाम से जानते हैं, में श्रावण मास के दौरान श्रद्धालुओं का भारी सैलाब उमड़ता है। बीते श्रावण मास 11 जुलाई 2025 से 9 अगस्त 2025 में करीब 29 लाख 34 हजार 700 शिवभक्तों ने बाबा गोकर्णनाथ धाम में जलाभिषेक कर पुण्य लाभ प्राप्त किया। यह संख्या लगातार बढ़ती जा रही है और यह मेला अब केवल स्थानीय आयोजन नहीं, बल्कि प्रदेश स्तरीय धार्मिक आयोजन का स्वरूप ले चुका है।
पालिकाध्यक्ष रिंकू शुक्ला ने कहा कि चैत्र नवरात्र में पिछले 120 वर्षों से आयोजित हो रहा चैती मेला भी क्षेत्र की समृद्ध सांस्कृतिक विरासत का प्रतीक है। यह मेला लगभग एक माह तक चलता है और इसमें बाहर से करीब 250 दुकानें सजती हैं, जिनमें लकड़ी की सजावटी वस्तुएं, खेल-खिलौने, क्रॉकरी, आइसक्रीम, सोफ्टी आदि शामिल होती हैं। नगर पालिका परिषद इस दौरान सांस्कृतिक कार्यक्रमों का भी आयोजन करती है, जो श्रद्धालुओं और स्थानीय नागरिकों के लिए आकर्षण का केंद्र होते हैं।
श्री शुक्ला ने कहा कि मेले में आसपास के 20 से 25 किलोमीटर के क्षेत्र से प्रतिदिन लगभग 30 हजार श्रद्धालु आते हैं। उन्होंने कहा कि इतनी बड़ी भागीदारी और आयोजन की भव्यता को देखते हुए अब समय आ गया है कि इन दोनों मेलों को राजकीय मेला घोषित किया जाए, जिससे मेला प्रबंधन और सुविधाओं के विस्तार में सरकार की सीधी भूमिका सुनिश्चित हो सके।
जिलाधिकारी दुर्गाशक्ति नागपाल ने विषय की गंभीरता को समझा और कहा कि वह इस प्रस्ताव पर सकारात्मक विचार कर संबंधित उच्च अधिकारियों को आवश्यक संस्तुति भेजेंगी।
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