
गोला गोकर्णनाथ (लखीमपुर) । किसानों ने कृषि मंत्री को सौंपा ज्ञापन, उठाए गन्ना भुगतान, बाढ़ और खाद संकट जैसे मुद्दे
जिले के दौरे पर आए प्रदेश के कृषि मंत्री को किसानों ने वर्षों से लंबित समस्याओं से अवगत कराया। मंगलवार को राष्ट्रीय किसान मजदूर संगठन और भारतीय किसान यूनियन के प्रतिनिधिमंडलों ने मंत्री को अलग-अलग ज्ञापन सौंपकर गन्ना भुगतान में देरी, डूब क्षेत्र की समस्याएं, छुट्टा जानवरों से फसल को नुकसान, यूरिया की कमी, नकली खाद और कीटनाशकों की बिक्री जैसे गंभीर मुद्दों को उठाया।
राष्ट्रीय किसान मजदूर संगठन के जिला अध्यक्ष अंजनी दीक्षित के नेतृत्व में प्रतिनिधिमंडल ने कृषि मंत्री को सौंपे ज्ञापन में बताया कि बजाज ग्रुप की गोला, पलिया और खंभरखेड़ा चीनी मिलें कई वर्षों से समय पर गन्ना भुगतान नहीं कर रही हैं, जिससे किसान लगातार कर्ज के बोझ तले दबते जा रहे हैं। संगठन ने मांग की कि न्यायालय के निर्देशों के अनुसार किसानों को उनका बकाया भुगतान ब्याज सहित शीघ्र कराया जाए।
ज्ञापन में यह भी बताया गया कि शारदा नदी के किनारे स्थित क्षेत्र डूब क्षेत्र घोषित होने के बावजूद वहां आज भी कई गांव बसे हुए हैं। नदी के लगातार कटाव के चलते कई गांव पूरी तरह नदी में समा चुके हैं। किसानों ने मांग की कि कटाव रोकने के लिए पक्के ठोकरों का निर्माण कराया जाए, जिससे गांवों और घरों की सुरक्षा सुनिश्चित हो सके।
किसानों ने यह भी बताया कि छुट्टा जानवरों के कारण वे पहले से ही परेशान हैं। कुछ क्षेत्रों में गौशालाओं के निर्माण से थोड़ी राहत मिली है, लेकिन कई इलाकों में अभी भी नई गौशालाओं की आवश्यकता है ताकि किसान अपनी फसलें बचा सकें।
गन्ने की फसल के लिए जरूरी यूरिया खाद की जिले में भारी कमी देखने को मिल रही है। किसान यूनियन के अनुसार, पर्याप्त यूरिया उपलब्ध न होने से किसानों को भारी नुकसान हो रहा है। संगठन ने यूरिया की तत्काल उपलब्धता सुनिश्चित कराने की मांग की।
ज्ञापन में यह भी उल्लेख किया गया कि किसानों को फसलों का उचित मूल्य समय पर नहीं मिल रहा, वहीं गन्ना भुगतान में देरी और लागत में वृद्धि के कारण किसान कर्ज में डूबते जा रहे हैं। संगठन ने मांग की कि किसानों के लिए एकमुश्त कर्जमाफी योजना लागू की जाए।
भारतीय किसान यूनियन के जिला अध्यक्ष कुलवंत सिंह जोसन के नेतृत्व में पहुंचे प्रतिनिधिमंडल ने कृषि मंत्री को ज्ञापन सौंपकर जिले में बिक रही नकली खाद, कीटनाशकों और यूरिया की कालाबाजारी पर सख्त कार्रवाई की मांग की। इसके साथ ही यूनियन पदाधिकारियों ने कृषि मंत्री को स्मृति चिन्ह भेंट कर उनका सम्मान भी किया।
कृषि मंत्री ने किसानों द्वारा उठाए गए सभी मुद्दों को गंभीरता से सुनने के बाद आश्वासन दिया कि उनकी समस्याओं का शीघ्र समाधान कराया जाएगा।