
- समर्थ उत्तर प्रदेश–विकसित उत्तर प्रदेश 2047 अभियान का कृषि महाविद्यालय जमुनाबाद में भव्य शुभारंभ
- शक्ति, सृजन शक्ति और जीवन शक्ति थीम पर शिक्षाविदों, वैज्ञानिकों व कृषकों ने की विचार विमर्श
Gola Gokarannath, Lakhimpur : चन्द्रशेखर आजाद कृषि एवं प्रौद्योगिक विश्वविद्यालय, कानपुर के अंतर्गत कृषि महाविद्यालय, जमुनाबाद में बुधवार को उत्तर प्रदेश सरकार की महत्त्वाकांक्षी योजना “समर्थ उत्तर प्रदेश–विकसित उत्तर प्रदेश 2047” अभियान का आयोजन भव्य रूप से संपन्न हुआ। कार्यक्रम का आयोजन महाविद्यालय स्थित कृषि विज्ञान केंद्र (KVK) के सभागार में किया गया, जहां जनपद के प्रबुद्ध नागरिकों, शिक्षाविदों, वैज्ञानिकों, कृषकों तथा अधिकारियों की उपस्थिति में समग्र विकास की दिशा में व्यापक संवाद हुआ।
कार्यक्रम का शुभारंभ दीप प्रज्वलन एवं सरस्वती वंदना के साथ हुआ। इसके पश्चात मंचस्थ अतिथियों द्वारा अभियान की रूपरेखा प्रस्तुत की गई। समर्थ उत्तर प्रदेश विकसित उत्तर प्रदेश 2047 अभियान की मुख्य तीन थीम— शक्ति, सृजन शक्ति एवं जीवन शक्ति— को केंद्र में रखते हुए संवाद सत्र आयोजित किया गया, जिसमें उत्तर प्रदेश को वर्ष 2047 तक आत्मनिर्भर, समृद्ध और विकसित राज्य के रूप में स्थापित करने के लिए सुझाव एवं विचार साझा किए गए।
कार्यक्रम में उपस्थित मुख्य विकास अधिकारी, उप कृषि निदेशक एवं जिला कृषि अधिकारी ने सरकार द्वारा चलाए जा रहे विभिन्न कृषि योजनाओं व नवाचारों की जानकारी दी। उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश सरकार ग्रामीण अर्थव्यवस्था को सशक्त बनाने हेतु किसानों की आय दोगुनी करने, प्राकृतिक खेती को बढ़ावा देने तथा तकनीकी युक्त कृषि प्रणाली के विकास पर जोर दे रही है।
प्रबुद्ध जन समिति द्वारा आयोजित इस विचार विमर्श कार्यक्रम में शिक्षकों, वैज्ञानिकों, शोधार्थियों एवं कृषकों ने कृषि क्षेत्र से जुड़ी समस्याओं जैसे—मृदा स्वास्थ्य, सिंचाई के संसाधन, फसल विविधिकरण, मार्केटिंग, और कृषि यंत्रीकरण—पर खुलकर चर्चा की। साथ ही स्थानीय स्तर पर उपलब्ध संसाधनों के बेहतर उपयोग के सुझाव भी रखे गए।
कार्यक्रम के दौरान कुमुद लता श्रीवास्तव, अजय कुमार श्रीवास्तव, साहिल यादव, गिरीश चन्द्र, सूर्य प्रताप सिंह और आभिषेक कुमार ने भी अपने विचार साझा करते हुए कहा कि उत्तर प्रदेश का भविष्य तभी उज्जवल हो सकता है, जब हम गांव, किसान और कृषि पर केंद्रित समावेशी नीतियों को अपनाएं। कृषि के क्षेत्र में नवाचार, प्रशिक्षण, और युवाओं की भागीदारी को बढ़ावा दिए बिना उत्तर प्रदेश के समग्र विकास की कल्पना अधूरी है। सभी प्रतिभागियों ने यह संकल्प लिया कि वे इस अभियान के लक्ष्यों की प्राप्ति हेतु हर स्तर पर सहयोग प्रदान करेंगे।