लखीमपुर : दिव्यांगजनों को मुद्रा ऋण दिलाने की उठी मांग, बैंक अधिकारियों ने सिविल स्कोर को बताया मुख्य शर्त

गोला गोकर्णनाथ,लखीमपुर। तहसील परिसर में शनिवार को भारतीय दिव्यांग यूनियन की मांग पर एक अहम बैठक आयोजित की गई, जिसमें दिव्यांगजनों ने प्रधानमंत्री मुद्रा योजना के अंतर्गत ऋण सुविधा प्रदान करने की पुरज़ोर मांग की। बैठक में उपजिलाधिकारी के निर्देश पर तहसील प्रशासन, बैंक अधिकारियों और दिव्यांग यूनियन के प्रतिनिधियों की मौजूदगी में योजना की शर्तों और समस्याओं पर चर्चा हुई।

बैठक के दौरान यूनियन पदाधिकारियों ने कहा कि समाज के इस विशेष वर्ग को स्वरोजगार की दिशा में बढ़ाने के लिए मुद्रा योजना बेहद उपयोगी सिद्ध हो सकती है, किंतु बैंक स्तर पर उन्हें ऋण प्राप्त करने में तमाम अड़चनों का सामना करना पड़ रहा है। उन्होंने मांग की कि दिव्यांगजनों की विशेष परिस्थितियों को ध्यान में रखते हुए बैंक अधिकारियों को लचीला रवैया अपनाना चाहिए।

इस पर बैंक अधिकारियों ने स्पष्ट किया कि मुद्रा ऋण योजना के तहत केवल उन्हीं आवेदकों को ऋण दिया जा सकता है जिनका सिविल स्कोर जीरो यानी ऋण लेने का पूर्व इतिहास शून्य हो। अधिकारियों ने कहा कि यह शर्त आरबीआई के दिशा-निर्देशों के तहत तय की गई है, जिसे बदला नहीं जा सकता। यूनियन पदाधिकारी मिथिलेश कुमार, अमित कुमार, मोहम्मद जावेद, राजेश मौर्य, सर्वेश कुमार, रियाजुद्दीन और सभासद मनीराम सहित उपस्थित दिव्यांगजनों ने कहा कि अधिकांश दिव्यांगजन पहले कभी किसी बैंक से ऋण नहीं ले पाए हैं, क्योंकि उनकी आर्थिक स्थिति पहले से ही कमजोर रही है। अब जब केंद्र सरकार की योजना उन्हें आत्मनिर्भर बनने का अवसर दे रही है, तब बैंकों को उन्हें अधिक संख्या में योजना से जोड़ना चाहिए।

बैठक में तहसीलदार भीम चंद, लेखपाल गोला सहित अनेक विभागीय अधिकारी और यूनियन पदाधिकारी मौजूद रहे।

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