
- ओपीडी में बाहरी डॉक्टर ! सीडीओ ने पुलिस को सौंपा, सख्त चेतावनी जारी
- सीडीओ ने जिला चिकित्सालय ओयल का किया औचक निरीक्षण, अनियमितताओं पर जताई सख्त नाराजगी
लखीमपुर खीरी। सीडीओ अभिषेक कुमार ने सोमवार को जिला चिकित्सालय ओयल का औचक निरीक्षण कर व्यवस्थाओं की हकीकत परखी। निरीक्षण के दौरान कई अनियमितताएं सामने आईं, जिस पर उन्होंने तत्काल कार्रवाई करते हुए सख्त निर्देश दिए।
सीडीओ ने सबसे पहले ओपीडी पहुंचकर मरीजों और उनके तीमारदारों से संवाद किया और चिकित्सा सुविधाओं की जानकारी ली। इसी दौरान चिकित्सक कक्ष में एक बाहरी अनाधिकृत व्यक्ति मौजूद मिला, जो मरीजों को बाहर की दवाएं लिख रहा था। सीडीओ ने तत्काल उसे पकड़कर ओयल पुलिस को सुपुर्द कर दिया। सीएमएस द्वारा उक्त व्यक्ति के विरुद्ध तहरीर दी गई है।
इस मामले में संबंधित चिकित्सक के विरुद्ध मेडिकल कॉलेज के प्रिंसिपल को नियमानुसार विधिक कार्यवाही करने के निर्देश दिए गए। सीडीओ ने स्पष्ट चेतावनी दी कि भविष्य में पुनः चेकिंग की जाएगी और यदि इस प्रकार की गतिविधियां दोबारा पाई गईं, तो संबंधित चिकित्सक को भी कठोर दंड का सामना करना पड़ेगा। उन्होंने कहा कि किसी भी अनाधिकृत व्यक्ति को चिकित्सकीय कक्ष में नहीं देखा जाना चाहिए, अन्यथा उसके विरुद्ध कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
सुविधाओं में कमी पर जताई नाराजगी
निरीक्षण के दौरान सीडीओ ने अस्पताल में स्ट्रेचर और व्हीलचेयर की कमी को गंभीरता से लिया। उन्होंने प्रिंसिपल, मेडिकल कॉलेज को निर्देशित किया कि नियमानुसार आवश्यक संख्या में स्ट्रेचर व व्हीलचेयर की खरीद कर उनकी उपलब्धता सुनिश्चित की जाए। साथ ही, मरीजों की सुविधा हेतु वार्डबॉय की राउंड द क्लॉक ड्यूटी सुनिश्चित करने के निर्देश भी दिए गए।
दवा वितरण में लापरवाही पर फटकार
औचक निरीक्षण के दौरान जिला चिकित्सालय के दवा वितरण काउंटर पर कुछ आवश्यक दवाओं की कमी पाए जाने पर सीडीओ अभिषेक कुमार ने गहरी नाराजगी व्यक्त की। उन्होंने प्रिंसिपल, मेडिकल कॉलेज डॉ. वाणी गुप्ता को निर्देशित किया कि यह सुनिश्चित किया जाए कि चिकित्सक किसी भी स्थिति में बाहरी दवाएं न लिखें और अस्पताल में सभी आवश्यक औषधियों की उपलब्धता बनी रहे, ताकि मरीजों को समुचित और समय पर उपचार मिल सके। उन्होंने मेडिकल कॉलेज की प्रिंसिपल डॉ.वाणी गुप्ता को समय-समय पर रैंडम जांच करने के निर्देश दिए ताकि मरीजों को पूरी और उचित दवा मिल सके।
अन्य कमियां भी आईं सामने
निरीक्षण के दौरान वाटर कूलर की टंकियां खराब पाई गईं, जिसे तत्काल मरम्मत कराने के निर्देश दिए गए। उन्होंने संपूर्ण व्यवस्थाओं की समीक्षा करते हुए कहा कि मरीजों को बेहतर सुविधा उपलब्ध कराना प्राथमिकता है और इसमें किसी भी प्रकार की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी।