
- डीएम दुर्गा शक्ति नागपाल, विधायक विनोद शंकर अवस्थी व बीडीओ संदीप कुमार ने बेटियों के सम्मान व हरियाली का दिया संदेश
Dhaurahra, Lakhimpur : नवरात्रि के पावन अवसर पर सोमवार 29 सितंबर 2025 को विकास खंड धौरहरा की ग्राम पंचायत अमेठी स्थित संविलियन विद्यालय महादेव में मिशन शक्ति 5.0 के अंतर्गत “201 कन्याओं का पूजन कार्यक्रम” बड़े ही भव्य और धार्मिक माहौल में संपन्न हुआ। सुबह 8 बजे शुरू हुए इस आयोजन में विद्यालय परिसर श्रद्धा, उत्साह और कन्या पूजन की पवित्रता से सराबोर रहा। इसी दौरान विद्यालय परिसर में निर्मित “अन्नपूर्णा कुंज” (एमडीएम शेड) का लोकार्पण भी किया गया।
कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में जिलाधिकारी दुर्गा शक्ति नागपाल और विधायक धौरहरा विनोद शंकर अवस्थी शामिल हुए। उनके साथ खंड विकास अधिकारी धौरहरा संदीप कुमार, कोतवाल धौरहरा शिवाजी दुबे, विद्यालय स्टाफ व क्षेत्र के बड़ी संख्या में ग्रामीण मौजूद रहे। अतिथियों ने 201 बालिकाओं का विधिवत पूजन कर उन्हें उपहार, प्रसाद और आशीर्वाद प्रदान किया।
जिलाधिकारी दुर्गा शक्ति नागपाल ने कहा कि “कन्याओं का पूजन केवल परंपरा नहीं बल्कि बेटियों के सम्मान का प्रतीक है। मिशन शक्ति का उद्देश्य है कि हर बेटी आत्मनिर्भर, सुरक्षित और सशक्त बने। इस तरह के आयोजन समाज में बेटियों के प्रति सम्मान और जागरूकता बढ़ाने का कार्य करते हैं।”
वहीं विधायक विनोद शंकर अवस्थी ने कहा कि “नवरात्रि पर 201 कन्याओं का पूजन वास्तव में सांस्कृतिक और सामाजिक मूल्यों को सुदृढ़ करने वाला कदम है। बेटियों का सम्मान करना ही समाज को मजबूत बनाना है। अन्नपूर्णा कुंज से विद्यालयों की मध्यान्ह भोजन व्यवस्था और पारदर्शी होगी, जिससे बच्चों को गुणवत्तापूर्ण भोजन मिल सकेगा।”
खंड विकास अधिकारी संदीप कुमार ने कहा कि “विद्यालयों में अधोसंरचना को लगातार मजबूत किया जा रहा है। अन्नपूर्णा कुंज से एमडीएम की व्यवस्था सुदृढ़ होगी और बच्चों को स्वच्छ एवं समय से भोजन मिल सकेगा। मिशन शक्ति के जरिए हम हर गांव तक यह संदेश देना चाहते हैं कि बेटियां समाज की रीढ़ हैं और उन्हें शिक्षा व सम्मान दिलाना हमारी प्राथमिकता है।”
इसी कार्यक्रम के उपरांत अतिथियों ने विद्यालय परिसर में पौधारोपण कर हरियाली और पर्यावरण संरक्षण का संदेश भी दिया। उन्होंने कहा कि “पेड़-पौधे हमारी आने वाली पीढ़ियों की धरोहर हैं, इन्हें संजोना हम सबका कर्तव्य है।”
पूरे कार्यक्रम में ग्रामीणों की भारी भीड़ रही। लोगों ने इस आयोजन को प्रशासन और सरकार द्वारा बेटियों के सम्मान, हरियाली संरक्षण और सामाजिक सशक्तिकरण की दिशा में ऐतिहासिक पहल बताया।