
काठमांडू। कुवैत में जहरीली शराब पीने के कारण 16 नेपाली नागरिकों की मौत हो चुकी है जबकि 30 नेपाली नागरिक अभी भी कुवैत के विभिन्न अस्पतालों में इलाज करवा रहे हैं। कुवैत सरकार ने इन सभी को देश छोड़ने का आदेश दे दिया है। जहरीली शराब पीने और बे चने के मामले में कुवैत पुलिस ने कुछ नेपाली नागरिकों को गिरफ्तार भी किया है।
यह घटना 15 अगस्त की है जब जहरीली शराब पीने से दर्जनों नेपाली नागरिक सहित कुछ भारतीय और बांग्लादेशी नागरिक बीमार पड़ गए थे जिसके बाद उन्हें कुवैत के अलग अलग अस्पतालों में भर्ती कराया गया। कुवैत स्थित नेपाली दूतावास के मुताबिक अब तक इस जहरीली शराब कांड में 16 नेपाली नागरिकों की मौत हो चुकी है। अन्य देशों के 23 नागरिकों की भी जहरीली शराब पीने से मौत हो चुकी है।
जहरीली शराब पीने से जिन 30 नेपाली नागरिकों का अभी भी अस्पताल में इलाज चल रहा है उन सभी को देश निकाला दे दिया गया है। गृह मंत्रालय ने मंगलवार को एक बयान जारी करते हुए कहा है कि देश के कानून के विपरीत शराब का सेवन करने वाले सभी को उपचार के बाद तत्काल देश छोड़ने का आदेश दिया गया है। देश निकाला दिए गए विदेशी नागरिकों की संख्या 163 बताई गई है।
कुवैत स्थित नेपाली राजदूत घनश्याम लमसाल की तरफ से दी गई जानकारी के मुताबिक जहरीली शराब पीने से बीमार पड़े 30 नेपाली नागरिक को कुवैत सरकार के इस आदेश के तहत देश निकाला दिया गया है। उन्होंने बताया कि नेपाली दूतावास इन सभी से लगातार संपर्क में है और उनके अस्पताल से डिस्चार्ज होते ही उनकी वापसी की व्यवस्था की जा रही है।
कुवैत सरकार ने जहरीली शराब मामले की जांच शुरू की है जिनमें शराब बनाने और बेचने के मामले में सौ से अधिक नेपाली, भारतीय तथा बांग्लादेशी नागरिकों को हिरासत में लिया गया है। कुवैत टाइम्स के मुताबिक सरकार द्वारा चलाए गए शराब विरोधी अभियान में अब तक 258 विदेशी नागरिकों को गिरफ्तार किया गया है जिनमें अधिकांश नेपाल के रहने वाले हैं।
कुवैत स्थित नेपाली राजदूत लमसाल ने भी स्वीकार किया कि सरकार के शराब विरोधी अभियान में 200 से अधिक नेपाली नागरिकों की गिरफ्तारी हुई है। उन्होंने यह भी बताया कि कुवैत की जेलों में बंद नेपाली नागरिकों में से अधिकांश अवैध शराब के सेवन और बिक्री व वितरण के आरोप में गिरफ्तार किए गए हैं। कुवैत में कुल 1 लाख 60 हजार नेपाली नागरिक रोजगार के सिलसिले में रह रहे हैं।