नेबुआ नौरंगिया, कुशीनगर: थानाक्षेत्र के विजयपुर गांव में एक वृद्धा की मौत के बाद उनके अंतिम संस्कार को लेकर दो पक्षों में विवाद हो गया। मृतका नट समुदाय की सदस्य थीं और एक पक्ष का कहना था कि चूंकि मृतका अनुसूचित जाति से हैं, इसलिए शव को जलाया जाए, जबकि दूसरे पक्ष का कहना था कि उनके पूर्वजों के समय से शव को दफनाने की परंपरा रही है, अतः शव को दफनाया जाए।
ग्रामवासियों के बीच इस मसले पर तनाव बढ़ने के बाद, प्रशासन ने मौके पर पहुंचकर मामले को शांत किया। ग्राम प्रधान प्रतिनिधि हेमंत शुक्ला ने भी मौके पर पहुंचकर स्थिति का जायजा लिया और पुलिस को सूचना दी। पुलिस ने दोनों पक्षों से बातचीत की और शव को दफनाने की प्रक्रिया पूरी करवाई।
मृतका 75 वर्षीय नवकी पत्नी बुनेला थीं, जो पिछले कुछ समय से पक्षाघात से पीड़ित थीं। उनका निधन गुरुवार को हुआ था, लेकिन रिश्तेदारों के न आने के कारण शव का अंतिम संस्कार शुक्रवार तक रुका रहा। जब रिश्तेदार आए और शव को दफनाने की तैयारी शुरू की, तो कुछ अनुसूचित समाज के लोग शव जलाने की मांग करने लगे, जिस पर विवाद उत्पन्न हो गया।
हालांकि, प्रशासन के हस्तक्षेप के बाद दोनों पक्ष शव को दफनाने पर राजी हो गए और मामला शांत हो गया।