
[ हो रहा अवैध निर्माण ]
तरयासुजान, कुशीनगर। तरयासुजान थाना क्षेत्र के तिनफेडिया पुलिस चौकी के बगल के जमीन पर ग्रामीणों की नजर है। रातों रात खड़ी करायी जा रही एक पक्के निर्माण को पुलिस ने एक आवेदन के आधार पर रोक दिया है। पुलिस चौकी सहित खाली पड़े बंजर की भूमि पर वर्षों से लगातार जमसड़िया गांव के तमाम लोग कब्जा के फिराक में रहते हैं। यहां तक कि दर्जनों लोगों ने तो भूमि पर अवैध तरीके से पक्के निर्माण भी करा लिये है। ग्राम सभा के जमीन पर अवैध कब्जे के पीछे गांवई राजनीति का फलना फूलना बताया जा रहा है।
गौरतलब हो कि सेवरही विकास खण्ड के जमसड़िया गांव में बंजर भूमि के बाद पुलिस चौकी के भूमि पर भी गांव के अतिक्रमण कारियों की नजर है। यथा सुलभ मेल जोल से लोग भूमि पर कब्जा करने के होड़ में रहते हैं तो विपक्ष एक दूसरे के मंसूबे पर पानी फेर गांव के राजनीति में बने रहना चाहते है। एक आवेदन के जरिए बताया गया कि गांव की भूमि गाटा संख्या 237,267 बंजर का बड़ा भूखण्ड है।
जिसके कुछ हिस्से पर सरकार के मंशा के अनुसार पानी टंकी,कुडा घर, आध्यात्मिक भवन, सार्वजनिक शौचालय, पुलिस चौकी बना हुआ है। भूमि का हालिया दशा देखें तो बाकी के भूमि पर लोग ने समय समय पर कब्जा कर पक्के घरों का निर्माण कर लिया है। तहसील प्रशासन के नजर में खाली इस भू खंड में नारायणी से विस्थापित कुल दस लोगों को 2010 मे पट्टा भी आवंटित किया जा चुका है जिन्हें आज तक कब्जा नहीं हासिल हो सका है।
मामला एक बार फिर रंग में तब आया जब राजू मद्धेशिया पुत्र झोझी साह ने कथित तौर पर पुलिस चौकी के भूमि में अपना पक्का निर्माण शुरू कर दिया। जिसपर ग्रामीणों ने लिखित तौर पर आपत्ती दर्ज कराई है। और बताया कि ऐसे निर्माण से विवाद कि संभावना है। जबकि लेखपाल ने मौखिक तौर पर बताया कि भूमि बंजर की है। ऐसे में यदि यह भूमि बंजर की भी है तो जिन लोगों को पूर्व में पट्टा आवंटित हो चुका है इस निर्माण के बाद उन्हें यहां बसाना मुश्किल हो जायेगा। क्योंकि बचत कि जमीन अब उतनी बची नहीं जिसमें सभी पट्टाधारकों को बसाया जा सके।
इस संबंध में उपजिलाधिकारी तमकुहीराज रिषभ देवराज पुंडीर से बात करने का प्रयास किया गया पर फोन नहीं उठ सका हल्का लेखपाल संजय सिंह ने बताया प्रथम दृष्टया भूमि बंजर कि प्रतीत होती है। पुलिस ने आवेदन के आधार पर निर्माणाधीन कार्य को रोका है। चौकी प्रभारी तिनफेडि़या अरविंद कुमार ने पक्ष रखते हुए बताया भूमि पुलिस चौकी का होना प्रकाश में आया है। पैमाइश के बाद ही पता चल सकेगा जिस जगह पर निर्माण हो रहा है कैसी भूमी है। बंजर के भूमि पर भी मनमाना निर्माण अवैध के श्रेणी में है। लोगों ने लिखित तौर पर इस निर्माण के विरुद्ध आपत्ति दर्ज कराई है। गांव में इस निर्माण को लेकर भीतरी तौर पर असंतोष के भाव है।