
Kushinagar : डीएम कुशीनगर महेंद्र सिंह तंवर के निर्देश पर बीईओ द्वारा एक सप्ताह अनवरत प्रतिदिन स्कूलों की जांच की गई। जिसमें स्कूलों में खामियों की भरमार मिली। परिणामस्वरूप सात दिनों में सात विद्यालय बिना मान्यता के चलते पाये गये।ऐसे विद्यालयों को बन्द कराते हुए संचालकों के खिलाफ डीएम को रिपोर्ट भेजी गई।
बीईओ डॉ राय सर्वप्रथम सेवरही विकासखण्ड अन्तर्गत ग्राम गड़हिया मोहन पहुँचे। जहाँ पांचवीं कक्षा तक संचालित एक विद्यालय की जाँच की।जाँच के दौरान माँगने पर विद्यालय प्रबंधन ने बीईओ को कोई मान्यता या पंजीकरण से सम्बंधित वैध दस्तावेज प्रस्तुत नहीं किये।इतना ही नहीं विद्यालय में कार्यरत शिक्षकों की शैक्षिक योग्यता भी संदिग्ध पायी गयी। ऐसे में बीईओ प्रभातचन्द राय द्वारा सम्बंधित विद्यालय को तत्काल बन्द कराते हुए संचालक के विरुद्ध विधिक कार्रवाई की प्रक्रिया शुरू कर दी गयी।
इसी क्रम में बीईओ को दुदही विकासखण्ड के ग्रामसभा नरहवा अचरज दूबे में केडीएस पैराडाइज एवं श्रीरामभरोसे शिक्षा सेवा समिति विद्यालय बिना मान्यता चलाते मिले। जिसे बन्द कराया गया। जबकि केपी उच्चतर माध्यमिक विद्यालय में ताला लटकता मिला।जाँच के क्रम में ग्राम नन्दगाँव दशहवाँ के धोबीघटवा में एपेक्स माडर्न स्कूल एवं एमजीएम पब्लिक स्कूल ने मान्यता से सम्बंधित कोई प्रमाण-पत्र नहीं दिखाया जिसके चलते दोनों विद्यालयों को बन्द करा दिया गया।
इस सम्बन्ध में बीईओ डा0 राय ने कहा कि बिना मान्यता के किसी भी विद्यालय को चलने नहीं दिया जायेगा और बच्चों के भविष्य के साथ खिलवाड़ नहीं करने दिया जायेगा।चेतावनी देने के बावजूद बिना मान्यता विद्यालय चलाने वाले संचालकों को किसी कीमत पर बख्सा नहीं जायेगा। उन्होंने अभिभावकों से अपील किया कि वे अपने बच्चों का नामांकन केवल मान्यता प्राप्त विद्यालयों में ही करायें ताकि उन्हें गुणवत्तापूर्ण और अच्छी शिक्षा मिले। उन्होंने कहा कि भविष्य में भी विभाग की ओर से इस प्रकार के संस्थानों की सतत निगरानी जारी रहेगी।