विंटर कार्निवल के आयोजन में मुख्यमंत्री के देरी से आने को लेकर प्रदेश महिला आयोग की पूर्व अध्यक्ष धनेश्वरी ठाकुर ने नाराजगी जाहिर की है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री का रात 8 बजे कार्यक्रम में शामिल होना कुल्लू-मनाली के लोगों और महिलाओं का अपमान है।
उन्होंने कहा कि महिलाओं को सुबह 7 बजे बुलाया गया और बिना चाय-पानी के जबरदस्ती बैठाकर रखा गया। उन्होंने इसे महिलाओं के साथ कैदी जैसा व्यवहार बताया। ठाकुर ने कहा कि विंटर कार्निवल की परंपरा के अनुसार मुख्यमंत्री सुबह 9 बजे झांकियों को हरी झंडी दिखाकर विदा करते थे और मनु रंगशाला में सांस्कृतिक कार्यक्रमों का शुभारंभ करते थे। लेकिन इस बार रात 8 बजे दीप प्रज्वलन कर कार्यक्रम शुरू किया गया।
धनेश्वरी ठाकुर ने कहा कि अगर मौसम खराब होने के कारण हेलीकॉप्टर से आना संभव नहीं था तो मुख्यमंत्री सड़क मार्ग से आ सकते थे। उन्होंने महिलाओं को इतनी देर तक बैठाने की आलोचना करते हुए कहा कि जब महिलाएं जाने की जिद करने लगीं तो स्थानीय विधायक ने झांकियों को रवाना किया।
उन्होंने कहा कि झांकियों की देरी के कारण माल रोड पर भीड़ नदारद रही। भाजपा सरकार के समय विंटर कार्निवल को राष्ट्रीय स्तर का दर्जा दिया गया था लेकिन इस बार आयोजन में अव्यवस्थाएं देखने को मिलीं। उन्होंने सवाल उठाया कि कार्यक्रम की तारीखें क्यों बदली गईं।